समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव और उनके चाचा शिवपाल सिंह यादव के बीच छिड़ी सियासी जंग पर तंज कसते हुए डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि सपा की समस्या से भाजपा का कोई लेना-देना नहीं है। हम तो चाहते हैं कि सपा समाप्त हो जाए।
शिवपाल की मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मुलाकात और भाजपा में शामिल होने की संभावनाओं पर केशव मौर्य ने कहा कि किसी नेता के किसी से मिलने को बीजेपी में शामिल होने से जोड़ना ठीक नहीं है। मुलाकातें होती रहती हैं। इसे पार्टी में शामिल होने से जोड़ना ठीक नहीं है।
डिप्टी सीएम ने कहा कि भाजपा मजबूत है। आगे और भी मजबूत होगी। हम तो सबसे सम्पर्क करते हैं। अखिलेश यादव भी आएं हम तो उनसे भी सम्पर्क करने को तैयार हैं।
शिवपाल के बीजेपी में शामिल पर क्या बोले केशव
केशव मौर्य ने पहले भी शिवपाल के बीजेपी में शामिल होने की सम्भावनाओं को खारिज कर दिया था। तब उन्होंने कहा था कि बीजेपी में फिलहाल कोई वेकेंसी नहीं है। अब उन्होंने कहा कि किसी भी दल का कोई भी नेता मुख्यमंत्री जी या हम लोगों से मिल सकता है। दूसरे दल के व्यक्ति से मिलने का मतलब यह नहीं होता कि पार्टी में शामिल हो रहे हैं। फिलहाल इसका सवाल ही नहीं उठता है।
शिवपाल विवाद सपा का अंदरुनी विषय
यदि शिवपाल को सपा से निष्कासित किया जाता है तो क्या बीजेपी उन्हें शामिल कर लेगी, इस सवाल पर डिप्टी सीएम केशव मौर्य ने कहा कि यह तो सपा का अंदरुनी मुद्दा है। बीजेपी में शामिल होने न होने का अभी कोई सवाल ही नहीं है।
आज शिवपाल ने क्या कहा
उधर, आज शिवपाल सिंह यादव ने एक तरह से पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव को चुनौती देते हुए कहा वह सपा के 111 विधायकों में से एक हैं। यदि अखिलेश को उनसे दिक्कत है तो तत्काल विधानमंडल दल से निकाल दें। शिवपाल ने यह बयान न्यूज 18 से बातचीत के दौरान अखिलेश के उस बयान के जवाब में दिया जिसमें उन्होंने कहा था कि जो भाजपा से मिलेगा वो सपा में नहीं दिखेगा।