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जानिए कौन हैं? निर्दलीय राज्यसभा प्रत्याशी प्रकाश बजाज? जिनके सहारे अखिलेश ने BSP को तोड़ा

यूपी राज्यसभा चुनाव में नामांकन के अंतिम पलों में निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर अपना पर्चा भरने वाले प्रकाश बजाज सुर्खियों में हैं. कहा जा रहा है कि उन्होंने समाजवादी पार्टी समर्थित निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर नामांकन किया है. प्रकाश बजाज की जीत अब तय मानी जा रही है क्योंकि समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव से मुलाक़ात के बाद बसपा के पांच बागी विधायकों ने पार्टी के प्रत्याशी रामजी गौतम के प्रस्तावक के तौर पर नाम वापस ले लिया. अब बसपा प्रत्याशी का नामांकन रद्द होना तय माना जा रहा है. ऐसी स्थिति में अब सिर्फ 10 उम्मीदवार मैदान में होंगे जिनकी जीत तय है.

राज्यसभा चुनाव के बहाने या यह कहें कि प्रकाश बजाज के मैदान में उतरने की आड़ में समाजवादी पार्टी ने बसपा को तगड़ा झटका देते हुए 6 विधायकों को तोड़ दिया. आइए हम आपको बताते हैं कि आखिर प्रकाश बजाज हैं कौन? मूल रूप से वाराणसी के रहने वाले प्रकाश बजाज पेशे से वकील हैं. वो मुंबई में प्रैक्टिस करते हैं. वाराणसी में उनका घर जवाहर नगर कालोनी में है. सियासत उनको विरासत में मिली है. उनके पिता प्रदीप बजाज 1977 में जनता पार्टी से विधायक रहे हैं. वो यूपी की देवरिया सीट से विधायक बने थे. साथ ही वो पूरी दुनिया में आस्था के केंद्र श्रीकाशी विश्वनाथ मंदिर न्यास परिषद के सदस्य भी रहे हैं. जिस समय उनके पिता न्यास परिषद के सदस्य बने थे, उस वक्त भी वो गैर ब्राह्मण होने के कारण काफी चर्चा में रहे थे.

मुंबई में प्रैक्टिस करते हैं प्रकाश बजाज
प्रकाश बजाज बीकॉम, एलएलबी, पीजी डिप्लोमा इन बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन के साथ मास्टर ऑफ लॉ व कंपनी सेक्रेटरी के योग्यता धारक भी हैं. प्रकाश की पत्नी भी वकील हैं. अब प्रकाश के नामांकन से बिगड़े गणित के बीच सियासत भी तेज है. कहा यह भी जा रहा है कि वाराणसी के एक दिग्गज सपा नेता से उनके पारिवारिक संबंध हैं. सपा का समर्थन उनको मिला है, लेकिन स्थानीय स्तर पर समाजवादी खेमे को इसकी जानकारी नहीं है. नामांकन के बाद फिलहाल पूरा बजाज परिवार लखनऊ से ही चुनाव की बागडोर संभाल रहा है. पिता और परिवार की मानें तो उन्हें निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में सभी दलों का समर्थन मिल रहा है.