उत्तर प्रदेश के महोबा जनपद में धरती मैया का सीना फाड़ कर सोना निकाला जा रहा है। आपको यकीन नही होगा जो काम सरकार नहीं कर पाई वो खनन माफिया कर रहे है। मुनाफे के लिए खनन माफिया धरती को पाताल को बना रहे है। जी हां तस्वीरें गवाह है। महोबा जनपद के उन इलाकों की बर्बादी की, जहां खनन चल रहा है।
पनवाड़ी थाना इलाके के स्योढ़ी नगारा इलाके में मनमानी की हद है। जिस महोबा में पानी अमृत है, जमीन से पानी निकालने में सरकार के पसीने छूट जाते हैं। उसी महोबा में खनन माफिया जमीन को पाताल तक खोद कर मोरंग निकाल रहे है और जमीन पर अनगिनत तालाब और नाले बना रहे हैं। दिन रात पोकलैंड मशीने गरज रही है। पट्टे की आड़ में सब कुछ बर्बाद किया जा रहा है। अंधाधुंध खनन से हर कोई परेशान है।
जहां खनन चल रहा है, उसके आस पास के किसानों की जमीनें बर्बाद है। सड़कें इस कदर बर्बाद है कि, पैदल सफर भी चुनौती है। शायद जमीनी हकीकत महोबा DM मृदुल चौधरी और SP अपर्णा गुप्ता तक पहुंच नहीं पाती, क्योकि जहां पोक लैंड गरज रही है वो इलाका सुनसान और ऊबड़ खाबड़ है।
हालांकि खनिज विभाग के अधिकारी आते जाते है। शुक्रवार को भी खनिज इंस्पेक्टर एजाज अहमद आए। ओवर लोडिंग में 6 ट्रकों का ऑन लाइन चालान कर हलचल भी पैदा की। लेकिन साहब ने कई ओवर लोड ट्रकों को नजर अंदाज भी किया। चर्चा है ओवर लोडिंग का अलग सिस्टम है खनन का अलग। अगर सिस्टम है तो काम चलता रहेगा, वरना चालान हो जायेगा।
रही बात नियम के विपरीत खुदाई की तो इसकी पड़ताल करने की फुर्सत महोबा के खनिज विभाग को नही है। कोई देखने वाला नही है, आखिर खनन माफिया कितनी गहराई तक खुदाई करवाकर मोरंग निकाल रहे है। इसमे जरूरत भी क्विक एक्शन की, जिससे पर्यावरण संरक्षण और किसानों को सहूलियत बहाल हो सके।