Breaking News

Prayagraj : सामूहिक विवाह कार्यक्रम में पहुंची मेनका गांधी , 67 करोड़ की परियोजना का किया लोकार्पण

Prayagraj : सामूहिक विवाह कार्यक्रम में पहुंची मेनका गांधी , 67 करोड़ की परियोजना का किया लोकार्पण

अयोध्या – प्रयागराज मार्ग पर सांसद मेनका गांधी ने 67 करोड़ की परियोजना का लोकार्पण किया। रामपथ गमन पर हरियाली बनाए रखने का इंजीनियरों को अल्टीमेटम दे दिया है। सुल्तानपुर शहर में अयोध्या-प्रयागराज मार्ग पर गोलाघाट से टेढुई मार्ग फोरलेन होगा। आज बुधवार को सांसद मेनका गांधी ने 67 करोड़ की इस परियोजना की बटन दबाकर जनता को सौगात दिया। वही रामपथ गमन पर हरियाली बनाए रखने का सांसद मेनका गांधी ने इंजीनियरों को अल्टीमेटम दिया है।

मीडिया से बात करते हुए सांसद मेनका गांधी ने कहा कि हमारा सुल्तानपुर पूरे उत्तर प्रदेश में सबसे सुंदर शहर बन जाए इसलिए आहिस्ता-आहिस्ता हर कोशिश की जा रही है। आज शासन और सारे विधायकों द्वारा मिलकर यह चौड़ीकरण का कार्य कराया जा रहा है। जिसका टेंडर भी निकला है और यह चौड़ीकरण अब शुरू होगा। मैने बोल दिया है कि एक तरफ से चौड़ीकरण का कार्य किया जाए और पेड़ की कटाई भी एक ही तरफ हो ताकि ज्यादा पेड़ न कटे उन्होंने कहा मुझे बहुत दुःख होता है जब एक भी पेड़ कटता है।

वही सांसद जिला पंचायत में आयोजित मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह कार्यक्रम में पहुंची। आए हुए जोड़ों को उन्होंने आशीर्वाद दिया। मेनका गाँधी ने कहा आज से करीब 30 साल पहले मैने पीलीभीत में सामूहिक विवाह शुरू किया था। मैं आभारी हूं इस सरकार की इस कार्यक्रम को आगे बढ़ावा दिया। पिछली बार जब मैं आई थी तब 250 बच्चों का विवाह करके मैं गई थी। मैं चाहती हूं कि हर दफा ऐसे ही हो। इसमें जो लड़कियों के घर के ऊपर जो बोझ आता है वह खत्म हो जाता है और लड़कियों को अच्छे-अच्छे वर मिल जाते है। मैं बस संदेश देना चाहती हूं कि सभी ख़ुश रहें और अपने घर वालों की इज़्ज़त करें खास तौर पर सास-ससुर की।

वही समाज कल्याण अधिकारी ने बताया कि जिला पंचायत में सामूहिक विवाह के आयोजन में सांसद मेनका गांधी मुख्य अतिथि हैं। आज 251 जोड़ों के विवाह का आयोजन किया गया। जो भी शासनादेश है जो व्यवस्था दी गई है वह दी जा रही है। 51 हजार की धनराशि अनुबंध है जिसमें 35 हजार रुपये कन्या के खाते में ट्रांसफर किया जाता है। शासनादेश में जो वस्तुएं निर्धारित है वह दी जाती है। 6 हजार का जो आयोजन होता है आप को क्या करना है कैसे करना है वह सब स्टेप बाई स्टेप सब डिसाइडेड है। इसमें पौधे देने की कोई व्यवस्था नहीं है होता क्या था कि जैसे जो सामाजिक व उत्साहित स्वयंसेवी होते है वह अपना कंट्रीब्यूशन करते थे।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *