Breaking News

Manipur Violence: ‘सभ्यता का चीरहरण, संस्कृति का पाताल-पतन’, मणिपुर की घटना पर अखिलेश यादव की प्रतिक्रिया

पिछले ढाई-तीन महीनों से हिंसा की आग में झुलस रहे मणिपुर (Manipur) दो महिलाओं के साथ हैवानियत का वीडियो सोशल मीडिया (Viral Video) पर वायरल हो रहा है, जिसने हर किसी को झकझोर दिया है. इस वीडियो में एक समुदाय के लोग दूसरे समुदाय की दो महिलाओं को निर्वस्त्र कर उनकी परेड कराते दिख रहे हैं और उनके साथ दरिंदगी कर रहे हैं. इस घटना को लेकर पूरे देश में उबाल है. समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) की भी इस पर कड़ी प्रतिक्रिया आई है. अखिलेश ने इसे सभ्यता का चीरहरण करार दिया है.

मणिपुर में दो महिलाओं को बंधक बनाकर उन्हें निर्वस्त्र कर परेड कराने वाले इंसानियत शर्मसार कर देने वाले इस वीडियो को लेकर लोगों में गुस्सा है. वहीं विपक्षी दल भी सरकार पर सवाल उठा रहे हैं. सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने भी मणिपुर की घटना पर अपनी कड़ी प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने इसे सभ्यता का चीरहरण बताया. अखिलेश यादव ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल पर ट्वीट कर कहा, “मणिपुर में सभ्यता का चीरहरण हुआ है और संस्कृति का पाताल-पतन”

जयंत चौधरी ने जताई नाराजगी
राष्ट्रीय लोकदल के अध्यक्ष जयंत चौधरी ने भी मणिपुर की घटना को लेकर अपना गुस्सा जाहिर किया है. जयंत चौधरी ने कहा, “मणिपुर का वीडियो भयावह और बेरोकटोक सांप्रदायिक हिंसा से संकेत मिलता है कि इंटरनेट शटडाउन का आदेश जमीनी स्तर पर स्थिति को नियंत्रित करने और प्रबंधित करने के बजाय विफलताओं से उत्पन्न राजनीतिक नतीजों को प्रबंधित करने के लिए दिया गया था!”

आपको बता दें कि मणिपुर में बीते ढाई महीने से भी अधिक समय से नस्लीय हिंसा जारी है. इस हिंसा में दो समुदाय कुकी और मैतेई शामिल हैं. उनके नस्लीय संघर्ष की वजह से हजारों लोग विस्थापित हो चुके हैं और राज्य सरकार के शेल्टर होम में रहने के लिए बाध्य हैं. ये वीडियो 4 मई का बताया जा रहा है. जिसमे महिलाओं को निर्वस्त्र कर पुरुषों की भीड़ उनको कहीं लेकर जाती हुई दिख रही है. इस भीड़ में उनको ले जा रहे कई शख्स उनके निजी अंगो को छू रहे हैं. इस वीडियो के वायरल होने के बाद राज्य की कानून व्यवस्था को लेकर लोगों का गुस्सा फूट पड़ा है और लोग अब मणिपुर के सीएम के इस्तीफे की मांग कर रहे हैं.

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *