भाजपा सांसद मनोज तिवारी ने सोमवार को यहां कहा, बिहार विधानसभा चुनाव के परिणामों ने साबित कर दिया कि चुनाव सिर्फ समीकरणों के बल पर नहीं जीते जाते। विकास कार्य भी जीत दिलाते हैं। बिहार में केन्द्र और प्रदेश सरकार की योजनाओं ने इतिहास रच दिया। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और नीतीश कुमार की जोड़ी का बिहार में विकल्प नहीं मिला।
इस दौरान हुई बातचीत में उन्होंने कहा कि निश्चय ही इस बार के चुनाव में कुछ हद तक सत्ता विरोधी लहर थी। लोग कुछ बदलाव के मूड में भी थे लेकिन विकास कार्यों की ताकत ने वहां राजग को पूर्ण बहुमत दिला दिया। यहां तक कि जातिवादी सोच में जकड़े लोगों की भी बूथ तक पहुंचते-पहुंचते सोच बदल गई। 51 विधानसभा क्षेत्रों में 61 चुनावी रैलियों का अनुभव साझा करते हुए मनोज तिवारी ने कहा कि बिहार के ग्रामीण समाज में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की खास इमेज बन चुकी है। महिलाओं ने तो झूमकर समर्थन दिया। उन्होंने कहा कि रेणु देवी का बिहार का उप मुख्यमंत्री बनना वहां की महिलाओं का सम्मान है। यह ऐतिहासिक निर्णय है। बिहार के नवगठित मंत्रिमंडल पर उन्होंने टिप्पणी की-‘मंत्रिमंडल में भी सबका साथ-सबका विकास फार्मूले का ध्यान रखा गया है।
एक सवाल के जवाब में सांसद मनोज तिवारी ने कहा कि बिहार में वहां के लोगों की आकांक्षाओं के अनुरुप भाजपा तैयार हो रही है। विश्वनाथ दरबार में पूरी की मनौतीसांसद मनोज तिवारी ने बिहार चुनाव में जीत के लिए काशी विश्वनाथ मंदिर में मनौती मानी थी। सोमवार को उन्होंने मनौती पूरा करते हुए बाबा विश्वनाथ का रुद्राभिषेक किया। मंदिर परिवार की ओर से उन्हें रुद्राक्ष की माला, अंगवस्त्रम् और बाबा के अन्नकूट का प्रसाद भेंट किया गया। इसके बाद वह माता अन्नपूर्णा के दरबार में गए। उनके साथ दिल्ली भाजपा की मीडिया सेल के प्रमुख नीलकांत बख्शी और प्रभुनाथ दाढ़ी भी थे। इससे पहले मनोज तिवारी ने मिर्जापुर में मां विंध्यवासिनी का दर्शन-पूजन किया।
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