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संसद की सुरक्षा में सेंध लगाने वाले मास्टरमाइंड ललित झा ने दिल्ली पुलिस में किया सरेंडर

संसद की सुरक्षा में सेंध लगाने वाले मास्टरमाइंड ललित झा ने दिल्ली पुलिस में किया सरेंडर

नई दिल्ली: संसद की सुरक्षा में सेंध लगाने के मास्टरमाइंड ललित झा ने दिल्ली पुलिस के सामने सरेंडर कर लिया है। लित झा पर लखनऊ के सागर शर्मा, मैसूर के मनोरंजन डी, जींद की नीलम और लातूर के अमोल शिंदे के साथ संसद की सुरक्षा में सेंध लगाने की साजिश रचने आरोप है। दिल्ली पुलिस उससे पूछताछ कर रही है। इस मामले के 4 आरोपियों को 7 दिनों की पुलिस रिमांड पर भेजा गया है.

जानकारी के अनुसार, ललित मोहन झा घटना का वीडियो बनाने के बाद मौके से भाग गया था। इसके बाद वह बस से राजस्थान के नागौर पहुंचा। वहां उसने अपने दो दोस्तों से मुलाकात की और एक होटल में रात गुजारी। जब उसे पता चला कि पुलिस उसकी तलाश कर रही है तो वह बस से वापस दिल्ली आ गया। इसके बाद उसने थाने में सरेंडर कर दिया।

कहा जा रहा है कि ललित झा ने ही इस पूरे मामले की साजिश रची थी। सभी आरोपी भगत सिंह फैन क्लब से जुड़े हुए थे और करीब दो साल से एक-दूसरे को जानते थे। ये साजिश गुरुग्राम के एक फ्लैट में रची गई। पुलिस ने फ्लैट मालिक दंपति को भी गिरफ्तार किया है। उनसे पूछताछ जारी है। ललित झा अब तक फरार चल रहा था। गुरुवार शाम पुलिस की एक टीम कोलकाता गई थी। ललित झा लंबे समय तक कोलकाता के बड़ा बाजार इलाके में रहा था। संसद को धुआं-धुआं करने वाले आरोपियों ने उसी के पास अपने फोन जमा किए थे। इसके बाद ललित झा पूरे मामले का वीडियो बनाकर संसद के बाहर से फरार हो गया था।

ये भी सामने आया कि उसने वीडियो कोलकाता में एनजीओ चलाने वाले नीलाक्ष आइच को भेजे थे। हालांकि नीलाक्ष का कहना है कि ललित ने उसे अंधेरे में रखा था। पुलिस नीलाक्ष के घर भी पहुंची थी। उससे पूछताछ की जा रही है।

आरोपियों से कड़ी पूछताछ

इससे पहले दिल्ली पुलिस ने चार आरोपियों को कोर्ट में पेश किया था, जहां उसे 7 दिन की रिमांड मिल गई है। आरोपियों ने पूछताछ में बताया है कि वे कुछ बड़ा कर नाम कमाना चाहते थे। आरोपियों ने ये भी कहा है कि उनका इरादा किसी को नुकसान पहुंचाना नहीं था। वे बेरोजगारी और मणिपुर हिंसा जैसे मुद्दों पर ध्यान आकर्षित करना चाह रहे थे। हालांकि पुलिस आरोपियों से कड़ी पूछताछ कर रही है। उन पर यूएपीए के तहत मामला भी दर्ज किया गया है। फिलहाल आरोपियों के किसी संगठन से जुड़े होने की बात सामने नहीं आई है, लेकिन पुलिस हर एंगल से पूछताछ कर रही है। दरअसल, खालिस्तानी आतंकी गुरपतवंत सिंह पन्नू ने संसद हमले 2001 की बरसी पर 13 दिसंबर को संसद में हमले की धमकी दी थी। पुलिस इस एंगल से भी पूछताछ करेगी।

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