Milk Tea Side Effects: भारत में अधिकतर लोगों की चाय के बिना सुबह नहीं होती. दूध वाली चाय के लेकर बब्बल टी देश में काफी पॉपुलर है. चाय की लत इस कदर होती है कि अगर ये न मिले तो लोगों को सिर में दर्द तक होने लगता है. इसी कारण इसे काफी पॉपुलर ड्रिंक तक माना जाता है. पर क्या आप जानते हैं कि चाय की वजह के कुछ मेंटल हेल्थ प्रॉब्लम भी हो सकती हैं. एक रिसर्च सामने आी है जिसके मुताबिक चाय की वजह से ड्रिपेशन या स्ट्रेस बढ़ सकता है. चलिए आपको बताते हैं इसके बारे में…
शिंघुआ यूनिवर्सिटी और चाइना की सेंट्रल यूनिवर्सिटी ऑफ फाइनेंस एंड इकोनॉमिक्स ने एक सर्व किया. इसमें चीन के करीब 5000 छात्रों को शामिल किया गया. सर्वे में पाया गया कि चाय की दूध की लत इतना परेशान नहीं करती है लेकिन इसका डिप्रेशन या एंग्जायटी संबंध जरूर है.
अकेलेपन से कनेक्शन
इस स्टडी में ये भी पाया गया कि दूध वाली चाय के पीने का एक कारण अकेलापन भी है. इसके अलावा चाय में डाली गई शुगर भी स्ट्रेस या डिप्रेशन को बढ़ाती है. शोधकर्ताओं का कहना है कि चीन या दूसरी जगहों पर लोग चाय को इमोशन कंट्रोल वाले चीज के रूप में इस्तेमाल कर रहे हैं. इसकी लत उन्हें सोशल मीडिया या ड्रग्स के जितना नुकसान पहुंचा सकती है. इस तरह की चाय की लत लगने के बाद कुछ लक्षण नजर आते हैं जिसमें क्रेविंग, चाय को न छोड़ पाना और हर समय चाय पीने का मन करना शामिल है.
चाय से होने वाली दूसरी समस्याएं
एक्सपर्ट्स का कहना है कि चाय में मौजूद कैफीन से दूसरी स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं भी हो सकती हैं. कैफीन की वजह से बॉडी में पानी की कमी हो सकती है. ऐसे में आप कब्ज का शिकार बन सकते हैं. इतना ही नहीं इसे पीने से नींद न आने की दिक्कत भी हो सकती है. स्लिपिंग डिसऑर्डर यानी अनिद्रा के कारण भी स्ट्रेस या डिप्रेशन बढ़ता है.
ऐसे रहें इससे दूर
चाय की आदत को छोड़ने के लिए आप इसकी जगह दूसरी ड्रिंक्स को पानी शुरू कर सकते हैं. आप नींबू पानी जैसी ड्रिंक्स को ट्राई कर सकते हैं. इसके अलावा जब भी टी की क्रेविंग हो उस दौरान एक गिलास पानी पी लें. चाय को एक दम से छोड़ना संभव नहीं है लेकिन धीरे-धीरे इससे दूरी बनाने का तरीका कारगर साबित हो सकता है.