लखनऊ: कैबिनेट मंत्री ओपी राजभर के बेटे अरुण राजभर ने अल्टीमेटम दिया आंखे निकलवा लूंगा। फिर क्या था कैबिनेट मंत्री दयाशंकर सिंह ने पलटवार करते हुए धमकी दी। योगी की पुलिस है कलेजा निलक जाएगा। वार पर पलटवार से बलिया की सियासत का पारा हाई है तो वही राजधानी लखनऊ में भी खींचतान की खबरें है। अकड़ को देख कर ऐसा लग रहा है जैसे बलिया में बगावत का नया चैप्टर शुरू है। पीले गमछे का भौकाल बनाने के लिए कैबिनेट मंत्री ओपी राजभर के बेटे अरूण राजभर ने दरोगा, कप्तान, डीजीपी और सीएम योगी तक को चैलेंज किया। आंखे निकलवाने का फरमान सुनाया, भौकाल बना भी। सुभासपा नेता उमा पति राजभर की पिटाई के आरोपी दरोगा और सिपाही सस्पेंड भी हुए। यू कहे की बलिया में पियरका गमछे का बम बम हो गया। आंखे निकलवाने का मुद्दा आया और शांत भी हो गया मगर इसी बीच बलिया से विधायक औऱ परिवहन मंत्री दयाशंकर सिंह ने फायर खोल दिया। सीधा ललकार दिया राजभर फेमिली की सियासत को, साफ तौर पर संदेश दिया…..ग़फ़लत में न रहो…..यूपी में सपा नहीं योगी की सरकार है। पुलिस भी योगी की है। आंख निकलना तो दूर, कालर पकड़ने वाले का कलेजा निकाल लेती है योगी की पुलिस।
परिवहन मंत्री दयाशंकर सिंह का कलेजा निकालने वाला बयान सुर्खियों में है। बलिया में राजभर बनाम दया शंकर की जंग तेज है..आपको बता दे दयाशंकर सिंह औऱ ओपी राजभर में पक्की दोस्ती मानी जाती है। सियासत में इनकी दोस्ती के चर्चे भी होते है लेकिन पीले गमछे के भौकाल से पूरा नजारा बदल गया है। दोस्ती खूंटी पर है और अखाड़े में सियासी पहलवान जोर आजमाइश कर रहे है। चर्चा है राजभर के बलिया में भौकाल से दयाशंकर फुल टेंशन में है। इलाका दया शंकर सिंह का है लेकिन बलिया को लेकर चर्चा कैबिनेट मंत्री के बेटे अरुण राजभर की है। फ्यूचर में पीले गमछे का रंग और चटक ना हो जाए। इसके लिए दया शंकर सिंह ने कलेजा निकलने वाला दांव मारा है खैर बलिया में ओम प्रकाश राजभर और दया शंकर सिंह आमने सामने आ गए है।