राजस्थान में श्रीगंगानगर जिले में एक मां ने ममता को शर्मसार किया है। अपने प्रेमी के साथ रह रही एक मां के सामने ही उसका प्रेमी उसके 10 वर्षीय बच्चे को बीड़ी-सिगरेट से दागता रहा और वह चुपचाप देखती रही। प्रेमी ने उस मासूम से घर और खेत का काम भी कराया और मासूम बच्चा जितनी रोटी खाता उतनी बार उसके शरीर को सिगरेट से दागता था। इस सब में मां की मौन स्वीकृति देखकर बच्चा इतना ज्यादा खौफ में रहा कि अपने ऊपर हो रहे इस निर्मम अत्याचार का विरोध तक नहीं कर पाया।
जब उस मासूम से अत्याचार बर्दाश्त नहीं हुआ तो वह किसी तरह हिम्मत कर एक दिन भाग निकला। भागकर वह श्रीगंगानगर में रह रहे अपने दादा-दादी के पास पहुंचा। वहां आकर उसने अपने उपर हो रहे जुल्म की कहानी सुनाई। इसके बारे में चाइल्ड हेल्पलाइन को बताया गया। चाइल्ड हेल्पलाइन और बाल कल्याण समिति ने सूचना पर बच्चे को अपने सरंक्षण में लिया। अब मां के प्रेमी के खिलाफ बाल कल्याण समिति की ओर से मुकदमा दर्ज करवाया जा रहा है।
बाल कल्याण समिति के अध्यक्ष एडवोकेट लक्ष्मीकांत सैनी ने बताया कि मासूम बच्चे की मां अपने पति का घर छोड़कर पिछले दो-तीन साल से अपने प्रेमी बलजीत के साथ उसके घर पर रह रही है। उसके साथ उसके तीन बच्चे भी रह रहे हैं। मासूम ने बताया कि मां का प्रेमी युवक उससे काम करवाता था और उसके शरीर पर बीड़ी-सिगरेट से जलाकर घाव करता था। यही नहीं, उसकी 7 वर्षीय छोटी बहन से भी घर का काम करवाया जाता है।बाल कल्याण समिति अब उसके दोनों छोटे भाई-बहनों को भी अपने संरक्षण में लेने की प्रक्रिया में जुट गई है। वहीं, 10 वर्षीय मासूम ने अपनी मां के साथ जाने से इनकार कर दिया और अपने दादा दादी के साथ रहने की बात कही है।