सुशांत सिंह राजपूत के परिवार के वकील विकास सिंह का कहना है कि जब एक्टर के परिवार ने एफआईआर दर्ज करवाई, तब ऐसा माना जा रहा था कि सुशांत को कई दवाओं का ओवरडोज दिया गया, जिससे उनका मानसिक संतुलन खराब हो जाए। लेकिन, अब सामने आई कुछ रिपोर्ट्स से पता चला है कि जो दवा सुशांत को दी जा रही थी वह प्रतिबंधित थीं।
विकास सिंह आगे कहते हैं, यह एक नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो का मुद्दा भी होगा। जांच का दायरा काफी हद तक व्यापक होने जा रहा है। बता दें सुशांत सिंह राजपूत की मौत की सीबीआई जांच जारी है और इस बीच आरोप लग रहे हैं कि रिया चक्रवर्ती ड्रग्स डीलरों के संपर्क में थीं। ये आरोप उनके फोन से रिकवर किए गए वॉट्सऐप चैट के आधार पर लगाए जा रहे हैं।
खबर है कि सुशांत से संपर्क में ऐसे कई लोग थे, जो ड्रग्स लेते थे। यह भी बताया जा रहा है कि उन लोगों का ड्रग डीलर्स से कॉन्टेक्ट था। यही वजह है कि सुशांत केस में नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो एनसीबी अपनी जांच शुरू करने वाली है। नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो की टीम भी अब इस केस में ड्रग्स एंगल की जांच करेगी।
वहीं दूसरी तरफ महाराष्ट्र राज्य मानवाधिकार आयोग ने कूपर अस्पताल और डीसीपी अभिषेक त्रिमुखे को नोटिस भेजकर जवाब मांगा है कि किस नियम के आधार पर रिया को मोर्चरी के अंदर जाने दिया गया, जबकि नियम के मुताबिक ब्लड रिलेशन वाला ही अंदर शव के पास जा सकता है।
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सुशांत केस में ड्रग एंगल का खुलासा रिया चक्रवर्ती के डिलीट किए गए वॉट्सऐप चैट से हुआ है। इस वॉट्सएप चैट में रिया चक्रवर्ती ने MDMA जैसे ड्रग्स को लेकर बात की है। खबरों की मानें तो रिया चक्रवर्ती के ड्रग्स वाली चैट सामने आने के बाद सीबीआई इस बारे में सिद्धार्थ पिठानी, कुक केशब ठाकुर, कुक नीरज, हाउस मैनेजर सैमुअल मीरांडा, स्टाफ दीपेश सावंत से भी ड्रग्स वाली बात को लेकर एक बार फिर पूछताछ कर सकती है।