उत्तर प्रदेश के नोएडा (Noida) से बड़ी खबर सामने आ रही है। जहां पर पुलिस ने एक फर्जी कॉल सेंटर पर रेड कर 84 लोगों को गिरफ्तार कर लिया है। ये लोग 500 से अधिक अमेरिकी लोगों से 50 करोड़ रूपए से ज्यादा की ठगी कर चुके है। हालांकि इस कॉल सेंटर का संचालक हर्षित और योगेश पुजारी पुलिस की गिरफ्त से बाहर हैं, जिसकी जांच पुलिस कर रही है।
क्या है पूरा मामला
उत्तर प्रदेश के नोएडा (Noida) में सेक्टर-6 में चल रहे एक फर्जी कॉल सेंटर चलता था। जिसमे करीब 84 से ज्यादा लोग काम करते थे। पुलिस ने इस कॉल सेंटर पर छापेमारी की, और 84 लोगों को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस के अनुसार यहां से 500 से अधिक अमेरिकी लोगों से 50 करोड़ से ज्यादा की ठगी करने का आरोप है। 84 आरोपियों में 46 युवक और 38 युवतियां हैं, ये सभी नार्थ ईस्ट के बताए जा रहे हैं। हालांकि इस कॉल सेंटर के मालिक हर्षित और योगेश पुजारी फरार चल रहे है।
खबरों में कहा जा रहा है कि इस फर्जी कॉल सेंटर में काम करने वाले एक कर्मचारी को 30 हजार रूपए तक सैलरी दी जाती थी। पुलिस के अनुसार, ये जालसाज अमेरिकी लोगों को बताते थे कि, आपके एसएसएन (सोशल सिक्यॉरिटी नंबर) की मदद से आपके अकाउंट में सेंध लग सकती है। आपराधिक गतिविधियां का डर दिखाते थे। उन्हें बताते थे कि, अकाउंट सीज किया जा सकता है। उन्हें झांसे में लेकर उनकी रकम को गिफ्ट कार्ड्स या बिटकॉइन में बदलकर स्क्रैच कोड पूछ लेते थे।
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स्क्रैच कोड को लेकर इंटरनेट पर उपलब्ध वेबसाइट पर जाकर गिफ्ट कार्ड कोड और क्रिप्टो करेंसी को बदलकर रकम अपने खातों में ट्रांसफर कर लेते थे। ऐसा करते हुए आरोपियों ने 500 से ज्यादा अमेरिकी लोगों से 50 करोड़ रूपए की ठगी की है। ये कॉल सेंटर पिछले 6 महीने से चल रहा था। जो सप्ताह में सिर्फ 3 दिन चलता था। यहां पर काफी बड़ा स्टाफ था। जिसमे 84 लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया है।
ठगी को ऐसे अंजाम देते थे
ये आरोपी अमेरिकी लोगों को डेटा डार्क वेब से चुराते थे, 4 लाख लोगों को डेटा चुराकर, उनको सिक्यॉरिटी एडमिनिस्ट्रेशन डिपार्टमेंट ऑफ यूएस नाम से एसएसएन नंबर लीक होने का मेसेज भेजते थे। अमेरिकी लोग सहायता के लिए कॉल करते थे तो कस्टमर इग्जेक्युटिव से बात करने का आप्शन दबाने पर कॉल नोएडा के फर्जी कॉल सेंटर में लैंड होती थी। कॉल लगने के बाद लोगों की सहायत करने की बजाए उनसे ठगी की जाती थी। ये काम बड़े पैमाने पर हो रहा था।