प्रदेश में नर्सों की कमी दूर होगी। इसके लिए सरकारी मेडिकल कॉलेजों में नर्सिंग की पढ़ाई होगी। छह मेडिकल कॉलेजों में बीएससी नर्सिंग पाठ्यक्रम शुरू करने की कवायद आखिरी दौर में है।
पिछले शैक्षिक सत्र तक प्रदेश के पांच मेडिकल कॉलेजों में बीएससी नर्सिंग की पढ़ाई हो रही थी। इसमें लखनऊ का केजीएमयू व पीजीआई शामिल हैं। साथ ही सैफई, मेरठ व झांसी मेडिकल कॉलेज हैं। इनमें बीएससी नर्सिंग की 338 सीटें हैं। शैक्षिक सत्र 2021-22 के लिए छह नए मेडिकल कॉलेज में नर्सिंग कोर्स की मान्यता दी गई है। इसमें गोमतीनगर स्थित डॉ. राम मनोहर लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान शामिल हैं। इसके अलावा आगरा, प्रयागराज, गोरखपुर, कन्नौज व ग्रेटर नोएडा के मेडिकल कॉलेज हैं। प्रत्येक कॉलेज में बीएससी नर्सिंग की 40-40 सीटें हैं। इस लिहाज से प्रदेश सरकार ने 240 सीटों का इजाफा किया है। अटल बिहारी वाजपेई मेडिकल यूनिवर्सिटी ने संयुक्त प्रवेश परीक्षा के माध्यम से दाखिले हुए हैं।
अभी 578 सीटें हैं
चिकित्सा शिक्षा विभाग के महानिदेशक डॉ. एनसी प्रजापति ने बताया कि नर्सिंग की सरकारी सीटें 338 से बढ़कर 578 हो गई है। बीएससी नर्सिंग में दाखिले के लिए इंटर बायोलॉजी उत्तीर्ण छात्र दाखिला ले सकेंगे। नीट प्रवेश परीक्षा के माध्यम से कॉलेजों में दाखिला होगा। उन्होंने बताया कि प्रदेश में कुल 28 सरकारी मेडिकल कॉलेज हैं। सभी में नर्सिंग कोर्स शुरू होगा।
इन कॉलेजों में भी होंगे दाखिले
महानिदेशक ने बताया कि दूसरे चरण के तहत छह मेडिकल कॉलेजों को और जोड़ा जा रहा है। इसमें राजकीय मेडिकल कॉलेज अम्बेडकर नगर, जालौन, आजमगढ़, सहारनपुर, बांदा व बदायूं में नर्सिंग कोर्स शुरू करने की प्रक्रिया चल रही है। इसके अलावा पांच राज्य शासकीय मेडिकल कॉलेज हरदोई, शाहजहांपुर, बहराइच, बस्ती और अयोध्या में बीएससी नर्सिंग की 60-60 सीटें संचालित की जाएंगी। अगले शैक्षिक सत्र से सभी 28 सरकारी मेडिकल कॉलेजों में नीट के जरिए बीएससी नर्सिंग में दाखिला होगा।