उत्तर प्रदेश: गोरखपुर शहर के लोगों को सीएम योगी ने सौगात दी। गोरखपुर में जलभराव खत्म करने के लिए 2000 करोड़ रुपये खर्च कर के ड्रेनेज सिस्टम को दुरुस्त किया जाएगा। इस क्रम में जलभराव दूर करने को बनने वाले मास्टर प्लान के लिए लेडार सर्वे का काम पूरा हो चुका है।
वही मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बुधवार को गोरखनाथ मंदिर सभागार में सर्वे का पावर प्वाइंट प्रजेंटेशन देखा। इस दौरान उन्होंने अधिकारियों को कई जरूरी दिशा-निर्देश दिए हैं। सब कुछ सही तरीके से चला तो, सबसे ज्यादा जलभराव वाले इलाकों में वर्ष 2021 के अंतिम तक ड्रेनेज दुरुस्त करने का काम पूरा कर लिया जाएगा।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने एक महीने के भीतर डीपीआर प्रस्तुत करने के साथ ही इसमें शामिल विभागों के अलग-अलग कामों का निर्धारण कर पूरी रिपोर्ट उपलब्ध कराने को कहा है। डीएम के. विजयेंद्र पांडियन के मुताबिक योजना में जीडीए, नगर निगम, लोक निर्माण विभाग, डूडा, बिजली विभाग समेत 10 से अधिक विभागों की सहभागिता होगी
लेडार सर्वे पर जीडीए और नगर निगम ने करीब आठ करोड़ रुपये खर्च किए हैं। सर्वे की जिम्मेदारी जियोनो कंपनी को दी गई है। कंपनी ने मास्टर ड्रेनेज प्लान के लिए हेलीकाप्टर के जरिए लेडार मैपिंग का काम किया है।
ये है लेडार तकनीक
लाइट डिटेक्शन एंड रेंजिंग तकनीक (लेडार) सर्वे की अत्याधुनिक प्रक्रिया है। सर्वेक्षण कर डिजिटल थ्री डी चित्रों के जरिए संरचना का एकदम सही अंदाजा लगाया जा सकता है। इससे जमीन की बनावट, सतह की ऊंचाई, पेड़-पौधों का फैलाव और क्षेत्रफल का सही अनुमान लगा कर प्लानिंग की जा सकती है।