हाथरस में गैंगरेप पीड़िता के परिजनों से मिलने के लिए नेताओं का आना जारी है। पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी और पार्टी महासचिव प्रियंका गांधी शनिवार को पीड़िता के परिवार से मिलने के लिए बुलगढ़ी गांव पहुंचे थे। रविवार को समाजवादी पार्टी के नेता यहां पर पहुंचे। हालांकि पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव मौजूद नहीं थे। बताया जा रहा है कि इस दौरान नारेबाजी कर रहे सपा कार्यकर्ताओं पर पुलिस ने लाठियां भांजी।
रविवार दोपहर को समाजवादी पार्टी के नेता धर्मेंद्र यादव, अक्षय यादव, सपा विधायक संजय लठार और जयवीर ने पीड़िता के परिवार से मुलाकात की। मामले में पुलिस और प्रशासन की लापरवाही के खिलाफ सपा कार्यकर्ताओं ने इस दौरान यूपी सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। पुलिस ने कार्यकर्ताओं को हटाने के लिए बल का प्रयोग करते हुए लाठीचार्ज किया। पुलिस की कार्रवाई में कई सपा कार्यकर्ता घायल हो गए हैं। इससे पहले समाजवादी पार्टी के प्रतिनिधिमंडल को आगरा में पुलिस ने रोक दिया था। इस पार्टी ने कहा कि शोकाकुल परिवार से संवेदना जताने जा रहे नेताओं का पुलिस द्वारा जबरन रोकना लोकतंत्र की हत्या है। पार्टी ने कहा कि हम पीड़ित परिवार के न्याय के संघर्ष में कंधे से कंधा मिला कर साथ खड़े हैं। पार्टी ने नेताओं को रोकने की घटना को न्याय युद्ध को कमजोर करने की साजिश करार दिया था।
इसी बीच जानकारी आ रही है कि पुलिस ने राष्ट्रीय लोक दल के कार्यकर्ताओं पर भी लाठीचार्ज किया है। रालोद नेता जयंत चौधरी संग कार्यकर्ता बैरिकेडिंग तोड़कर पीड़ित परिवार से मिलने जाना चाहते थे। इसी पर पुलिस ने लाठीचार्ज कर दिया। वहीं बुलगढ़ी गांव आ रहे भीम आर्मी चीफ चंद्रशेखर की गाड़ी को पुलिस ने पीड़िता के गांव से करीब 20 किलो मीटर पहले ही रोक दिया है। इसके बाद वे परिवार से मिलने के लिए पैदल ही निकल पड़े हैं।