गोरखनाथ मंदिर में तैनात पीएसी जवानों पर हमले को लेकर समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव के बयान पर डिप्टी सीएम केशव मौर्य ने कड़ी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि अखिलेश तुष्टिकरण की राजनीति कर रहे हैं। केशव मौर्य ने कहा कि गोरखनाथ मंदिर में हमला करने वाला आतंकवादी है। अपराधी जांच और तथ्यों के आधार पर जांच एजेंसी तय करेगी लेकिन मुस्लिम तुष्टिकरण की राजनीति ने अखिलेश यादव का बयान जनता की सुरक्षा का मज़ाक़ बनाना है। आतंकवादी, अपराधी कौन है यह सपा नहीं तय करेगी।
एक निजी चैनल से बातचीत में डिप्टी सीएम केशव मौर्य ने कहा, ‘मैं यह मानता हूं कि अखिलेश यादव और समाजवादी पार्टी का रिश्ता-नाता आतंकवादियों के साथ पहले से प्रकट होता रहा है। जिस तरह से 2013 में जो आतंकवादी हमले हुए थे, उनके मुकदमे इन्होंने वापस लिए। जिस प्रकार से कोर्ट ने उन मुकदमों को वापस लेने पर रोक लगाई। फिर उन पर मुकदमा चला और उनको आजीवन कारावास और फांसी तक की सजा हुई। जिस तरह से अहमदाबाद ब्लास्ट के आतंकी के पिता के साथ अखिलेश यादव की फोटो सामने आई। यह स्पष्ट रूप से दिखाई देता है कि इस तरह के लोगों से पहले से इनके सम्बन्ध हैं।
गोरखनाथ मंदिर पर हमला गंभीर घटना, पूर्व सीएम को नहीं करनी चाहिए टिप्पणी
डिप्टी सीएम केशव मौर्य ने कहा, ‘गोरखनाथ मंदिर पर हमला बहुत बड़ी घटना है। यह साधारण नहीं है। गंभीर घटना है। जांच में जुटी पुलिस का मनोबल तोड़ने या ऐसे अपराध करने वालों का मनोबल बढ़ाने का ये जो प्रयास अखिलेश यादव द्वारा किया गया है, मैं उसकी कड़ी भर्त्सना करता हूं। अखिलेश यादव से कहना चाहता हूं कि खुलकर बताएं यदि उनको आतंकवादियों या ऐसे व्यक्ति से जो जांच के दायरे में है उसके बारे में कोई टिप्पणी इनको नहीं करनी चाहिए। वे पूर्व मुख्यमंत्री हैं। इतनी बड़ी घटना को अंजाम देने वाले शख्स को एक तरफ सुरक्षा बलों के लोग जान पर खेलकर पकड़ते हैं। उसके तार तमाम आतंकी संगठनों से पता चलते हैं। कई लोगों से पूछताछ जारी है। इस बीच सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष और नेता प्रतिपक्ष जिन्होंने सदन में आकर शपथ ली, उनका यह बयान बहुत ही घटिया है, निंदनीय है। मैं इसकी कड़ी भर्त्सना करता हूं।’
क्या कहा था अखिलेश यादव ने
विधानपरिषद चुनाव के सिलसिले में बुधवार को कन्नौज पहंचे समाजवादी पार्टी (सपा) के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने गोरखपुर के मंदिर के बाहर सुरक्षाकर्मियों पर हमले के आरोपी अहमद मुर्तजा अब्बासी के मानसिक स्वास्थ्य को ध्यान में रखने की जरूरत बताते हुए सत्तारूढ़ भाजपा पर इस घटना को बेवजह खींचने का आरोप लगाया था। रविवार की रात गोरखनाथ मंदिर में एक युवक द्वारा सुरक्षाकर्मियों पर हमले के बारे में पूछे जाने पर सपा अध्यक्ष ने संवाददाताओं से कहा था- ‘अभी जो जानकारी आ रही हैं और उसके पिता ने जो कहा है उसके हिसाब से उसे दिमागी समस्याएं थी, उसके साथ बाइपोलर इश्यूज (मनोविकार) थे। मुझे लगता है, वह पहलू भी देखना पड़ेगा। भाजपा तो वह पार्टी हैं जो बात को न जाने कितना खींच देती है।’