उत्तर प्रदेश के लखनऊ में पीएसी में तैनात एक पुलिस इंस्पेक्टर की हत्या का राज खुल गया है। हत्या के छह दिन बाद पुलिस ने मामले में उसकी पत्नी और साले को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस अधिकारी के मुताबिक आरोपी और सतीश सिंह की पत्नी ने अपने भाई देवेन्द्र कुमार वर्मा के साथ मिलकर रविवार की रात पुलिस इंस्पेक्टर सतीश सिंह की हत्या कर दी थी। पुलिस अधिकारी ने बताया कि, मामले की जांच के दौरान पाया गया कि मृतक इंस्पेक्टर सतीश सिंह के कई अन्य महिलाओं के साथ अवैध संबंध थे जो जंच के बाद सामने आए हैं।
पति के अवैध संबंध को लेकर भावना सिंह और इंस्पेक्टर सतीश सिंह के बीच लगातार बहस होती रहती थी। अपने जीजा की आशिकमिजाजी के कारण बहन को परेशान देखकर उसके भाई देवेंद्र ने बहन के साथ मिलकर इंस्पेक्टर की हत्या की योजना बनाई थी। डीसीपी साउथ विनीत जयसवाल ने कहा कि, ‘देवेंद्र ने अपनी बहन के साथ मिलकर हत्या को अंजाम दिया।’ उन्होंने आगे कहा कि, आरोपी ने एक साइकिल खरीदी और पुलिस को गुमराह करने के लिए हुडी और टी-शर्ट पहनकर घटना को अंजाम दिया। जयसवाल ने कहा है कि, ‘वह भाग गया और रास्ते में साइकिल और कपड़े भी फेंक दिए।’
डीसीपी साउथ के मुताबिक, मर्डर मिस्ट्री का खुलासा करने के लिए पुलिस की पांच टीमें लगाई गई थीं। उन्होंने कहा कि, ’10 किलोमीटर के दायरे में 400 सीसीटीवी कैमरे खंगालने के बाद आरोपी का पता लगाया गया।’ घटना उस वक्त हुई जब पीएसी में तैनात इंस्पेक्टर सतीश सिंह 12 नवंबर को देर रात अपने परिवार के साथ रिश्तेदार के घर से घर लौट रहे थे। सतीश सिंह को पीएसी प्रयागराज में तैनात किया गया। उन्हें लोकबंधु अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।