हिंदू धर्म में पितृ पक्ष का विशेष महत्व है, ऐसा कहा जाता है कि पृत पक्ष के दिन पितरों को समर्पित है। माना जाता है कि इस अवधि के दौरान पितरों के लिए श्राद्ध, तर्पण और पिंडदान आदि करने से उन्हें मोक्ष की प्राप्ति होती है। कुछ लोग परिजनों की मृत्यु होने के बाद उनकी कई वस्तुओं को याद के तौर पर सहेज कर रखते हैं। आपको बता दें कि, ज्योतिष शास्त्र के अनुसार कुछ चीजों को सहेज कर रखना आपके लिए मुसीबत भी बन सकता है और पितृ दोष झेलना पड़ सकता है।
ज्योतिष शास्त्र में माना गया है कि, मृत व्यक्ति के कपड़ों इस्तेमाल या उन्हें धारण नहीं करना चाहिए। इससे भी व्यक्ति को पितृ दोष का सामना करना पड़ सकता है। इसके स्थान पर आप उन कपड़ों को दान कर सकते हैं। इससे पितरों की आत्मा को शांति मिलती है।
पितरों के गहनों का इस्तेमाल करना भी शुभ नहीं माना जाता। ऐसा करने से व्यक्ति को कई तरह की समस्याओं का सामना करना पड़ता है। इसके स्थान पर आप उन गहनों से नया गहना बनवाकर उपयोग कर सकते हैं।
ज्योतिष शास्त्र में इस बात का वर्णन मिलता है कि, कभी भी मरने वाले व्यक्ति की घड़ी का इस्तेमाल खुद के लिए नहीं करना चाहिए। ऐसा करने से व्यक्ति को पितृ दोष के बुरे परिणाम झेलने पड़ सकते हैं। मृतक व्यक्ति की घड़ी को दान कर दें या मिट्टी में गाढ़ दें।