प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज से 22 जनवरी तक रामलला की प्राण प्रतिष्ठाा के लिए खास अनुष्ठान शुरू किया है, जिसके तहत वे 11 दिन व्रत रखेंगे। दूसरी ओर, राम मंदिर में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देशवासियों के नाम एक खास संदेश दिया है, जिसे देते हुए वे भावुक भी हो गए थे। देखें उनके अनुष्ठान का पूरा प्रोग्राम और सुने उनका संदेश…
#WATCH | PM Modi's special message on his special anushthan ahead of '#PranPratishtha at the #RamMandir in Ayodhya.
"…Only 11 days remain to the pranpratishtha of #Ramlalla in Ayodhya. I am fortunate that I too will witness this holy occasion. God created me to represent all… pic.twitter.com/BChRUFH1bX
— cliQ India (@cliQIndiaMedia) January 12, 2024
देव प्रतिमा की प्रतिष्ठा के लिए नियम शास्त्रों में वर्णित
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व्यस्तताओं और जिम्मेदारियों के बावजूद प्राण प्रतिष्ठा के दिन और उससे पूर्व के सभी नियमों का उसी तरह पालन करेंगे, जैसा शास्त्रों में निर्देशित किया गया है। इसके लिए प्रधानमंत्री ने प्राण प्रतिष्ठा से पूर्व 11 दिवसीय यम-नियम पालन का अनुष्ठान शुरू किया है। शास्त्रों में देव प्रतिमा की प्राण प्रतिष्ठा एक विशद एवं वृहद प्रक्रिया है। इसके लिए विस्तृत नियम बताए गए हैं, जिनका प्राण प्रतिष्ठा के कई दिन पहले से पालन करना होता है। एक रामभक्त के रूप में प्रधानमंत्री मोदी राम मंदिर निर्माण और रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के प्रति एक आध्यात्मिक साधना के भाव से समर्पित हैं।
11 दिन ब्रह्मचर्य के नियमों का पालन करेंगे
प्रधानमंत्री मोदी अपनी दिनचर्या में ब्रह्ममुहूर्त जागरण, साधना और सात्विक आहार जैसे नियमों का पालन तो अनवरत ही करते हैं, लेकिन प्रधानमंत्री ने 11 दिवसीय अनुष्ठान के तौर पर कठोर तपश्चर्या के साथ व्रत लेने का निर्णय किया है, क्योंकि प्राण प्रतिष्ठा वैदिक परंपराओं और सनातन धर्म के अनुसार की जाएगी। ब्रह्मचर्य सनातन धर्म की परंपरा है। इस परंपरा के अनुसार, देव प्रतिमा की प्रतिष्ठा करने वाले यजमान को ब्रह्मचर्य के नियमों का सख्त पालन करना होता है। शास्त्रों में करीब 45 नियम बताए गए हैं, जिन्हें धार्मिक प्रतिष्ठान अनुष्ठान के लिए मानना होता है। PM मोदी भी इस ब्रह्मचर्य का पालन करेंगे।