प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने यूरोपीय आयोग (EU) की अध्यक्ष उर्सुला वान डेर लेयन से सोमवार को मुलाकात की। EU की अध्यक्ष को रायसीना डायलाग के लिए आमंत्रित किया गया है। प्रधानमंत्री मोदी ने भारत-यूरोपीय संघ सामरिक साझेदारी में प्रगति की समीक्षा की और व्यापार,जलवायु,डिजिटल प्रौद्योगिकी के साथ ही लोगों से संबंधों के क्षेत्रों में सहयोग को गहरा करने पर सहमति व्यक्त की। यह जानकारी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने दी। EU की अध्यक्ष ने कहा, ‘इस वर्ष यूरोपियन यूनियन-भारत संबंधों की 60वीं वर्षगांठ है और मुझे लगता है कि यह संबंध आज पहले से कहीं अधिक महत्वपूर्ण है। हम जीवंत लोकतंत्र हैं, बड़ी अर्थव्यवस्थाएं हैं और हम में बहुत कुछ समान है लेकिन हम एक चुनौती का भी सामना कर रहे हैं।’
बता दें कि उर्सुला दो दिवसीय भारत दौरे पर रविवार को नई दिल्ली पहुंची। प्रधानमंत्री मोदी रायसीना डायलाग के सातवें एडिशन का आज उद्घाटन करेंगे। इस डायलाग के लिए EU की अध्यक्ष को मुख्य अतिथि के तौर पर बुलाया गया है। विदेश मंत्रालय के अनुसार यह डायलाग 25 से 27 अप्रैल तक तीन दिनों चलेगा। इस बार डायलाग का थीम ‘टेर्रानोवा: इंपैसंड, इंपेसेंट और इंपेरिल्ड (Terranova- Impassioned, Impatient, Imperilled)’ रखा गया है।
उल्लेखनीय है कि धरती का सबसे पुराना नाम ‘Terranova’ है। थीम का मकसद है कि नए दृष्टिकोण से धरती को देखा जाए। इस थीम के तहत छह प्रमुख विषय हैं और इसके आसपास पूरा आयोजन केंद्रित होगा। ये हैं लोकतंत्र के बारे में नए सिरे से विचार, बहुपक्षीय एजेंसियों की भूमिका, हिंद-प्रशांत क्षेत्र की स्थिति, स्वास्थ्य व विकास को लेकर सामुदायिक स्तर पर उत्पन्न चुनौतियां, पर्यावरण की चुनौतियों को पार करते हुए हरित व्यवस्था के लक्ष्य और तकनीकी के क्षेत्र में बदलती स्थिति।
रायसीना डायलाग की शुरुआत साल 2016 में हुई थी। यह भारतीय कूटनीति समेत वैश्विक कूटनीति के विशेषज्ञों, शोधार्थियों, राजनेताओं और नीति-निर्धारकों के बीच विमर्श का एक महत्वपूर्ण मंच है। इस डायलाग में दुनिया के 90 देशों के प्रतिनिधि (जिसमें 25 देशों के वरिष्ठ मंत्री शामिल हैं) शामिल हो रहे हैं।