लखनऊ। उत्तर प्रदेश में कांवड़ यात्रा को लेकर सियासत तेज हो गई है। एक ओर जहां मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शिवभक्तों को समर्थन देते हुए यात्रा को “श्रद्धा का पर्व” बताया, वहीं दूसरी ओर समाजवादी पार्टी (सपा) के वरिष्ठ विधायक इकबाल महमूद ने कांवड़ यात्रा पर तीखी टिप्पणी की है। संभल से विधायक महमूद ने आरोप लगाया कि यात्रा में शिवभक्तों से ज्यादा गुंडे शामिल हो रहे हैं और इन असामाजिक तत्वों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होनी चाहिए।
मेरठ, मिर्जापुर की घटनाओं का जिक्र
सपा विधायक ने मेरठ की घटना का हवाला दिया, जहां कुछ कांवड़ियों ने स्कूल बस को टक्कर लगने पर उसमें तोड़फोड़ कर दी थी और ड्राइवर के साथ मारपीट की थी। वायरल वीडियो में कांवड़िए बस की खिड़कियां तोड़ते और ड्राइवर पर हमला करते नजर आए थे। इसी तरह मिर्जापुर रेलवे स्टेशन पर टिकट विवाद को लेकर कांवड़ियों ने CRPF के जवान पर हमला किया था, जिसके बाद सात लोगों को गिरफ्तार किया गया।
सपा विधायक का बयान
महमूद ने कहा, “कांवड़ यात्रा में अब सच्चे भक्त कम और गुंडे ज्यादा नजर आते हैं। ये लोग कानून तोड़ते हैं, तोड़फोड़ करते हैं और आम लोगों को डराते हैं। इनका स्थान जेल में है, और इनका कर्म इन्हें परलोक में भी सजा दिलाएगा।” उन्होंने सरकार से अपील की कि उपद्रवियों पर कड़ी कार्रवाई कर उन्हें यात्रा से बाहर किया जाए।
योगी सरकार का रुख सख्त
इन घटनाओं को देखते हुए यूपी सरकार ने त्रिशूल, लाठी, हॉकी स्टिक जैसी वस्तुएं यात्रा में ले जाने पर रोक लगा दी है। साथ ही बिना साइलेंसर वाली बाइकें भी प्रतिबंधित कर दी गई हैं। CM योगी ने कहा कि श्रद्धालुओं की आस्था को बदनाम करने वालों के खिलाफ कार्रवाई होगी।
कांवड़ यात्रा पर योगी का बयान
मुख्यमंत्री योगी ने मीडिया के एक वर्ग पर हमला बोलते हुए कहा कि “कांवड़ियों को गुंडा या आतंकवादी बताना भारत की संस्कृति का अपमान है।” लेकिन उन्होंने यह भी साफ कर दिया कि असामाजिक तत्वों को बख्शा नहीं जाएगा।