प्रयागराज : उत्तर प्रदेश के प्रयागराज जिले में देर रात दिल दहला देने वाली वारदात सामने आई है। यहां एक महिला की मौत की सूचना होते ही परिवार वाले बौखला गए। इसके बाद उसके सुसराल पहुंचे और जमकर विवाद किया। मायके वालों ने सुसराल में आग लगा दी जिसमें मृतक महिला के सास-ससुर की जलकर मौत हो गई।
पुलिस मामले की जांच कर रही है। घटना को लेकर बताया जा रहा हैकि प्रयागराज के मुट्ठीगंज थाना इलाके में फर्नीचर व्यापारी अंशु केसरवानी की पत्नी अंशिका केसरवानी की सोमवार रात संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई। ससुराल पक्ष के लोगों ने मायके पक्ष को अंशिका की मौत की जानकारी दी। जिसके बाद मौके पर पहुंचे मायके और ससुराल पक्ष के लोगों के बीच विवाद शुरू हो गया। इस बीच लोगों ने पुलिस को भी सूचना दे दी।
पुलिस के सामने भी हुई झड़प
मौके पर पहुंची मुठ्ठीगंज थाना पुलिस के सामने भी दोनों पक्ष आपस में उलझ रहे थे। इस बीच आरोप है कि मायके पक्ष के लोगों ने ससुराल पक्ष के घर में आग लगा दी। घर में ही फर्नीचर की दुकान थी जिससे आग तेजी से फैल गई। पुलिस ने फायर ब्रिगेड को सूचना दी मौके पर पहुंची फायर ब्रिगेड ने कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया। इसके बाद तीन मंजिला घर में सर्च ऑपरेशन चलाया गया। सर्च ऑपरेशन में देर रात 3 बजे मृतक अंशिका के ससुर राजेंद्र केसरवानी और उसकी सास शोभा केसरवानी का शव मिला।
क्या कहती है पुलिस
पुलिस उपायुक्त नगर दीपक भूकर का कहना है कि घर में आग मृतका के मायके वालों ने लगाई थी। मामले की रिपोर्ट दर्ज की जा रही है। झलवा की रहने वाली अंशिका केसरवानी की शादी पिछले वर्ष फरवरी में मुट्ठीगंज के रहने वाले अंशु के साथ हुई थी। सोमवार रात लगभग 11 बजे लड़की पक्ष को ससुरालियों द्वारा सूचना दी गई कि अंशिका ने दोपहर तीन बजे घर में फंदे से लटक कर जान दे दी है। मौके पर जब लड़की पक्ष के लोग पहुंचे। अंशिका का शव देख कोहराम मच गया। मायका पक्ष के लोगों ने ससुरालियों पर हत्या का आरोप लगाकर हंगामा करने लगे।
इसी बीच मकान के निचले हिस्से को आग के हवाले कर दिया गया। देखते ही देखते आग विकराल रूप ले लिया और चार मंजिला मकान में फैल गई। मकान के अंदर कई लोग आग की लपटों से घिर गए। पुलिस ने आग की लपटों के बीच फंसे पांच लोगों को कड़ी मशक्कत के बाद रेस्क्यू कर सुरक्षित बाहर निकाला। दूसरी ओर मायका पक्ष के लोगों ने ससुराल वालों पर आग लगाने का आरोप लगाया।