सरयू एक्सप्रेस ट्रेन में 30 अगस्त की सुबह महिला कांस्टेबल खून से लथपथ मिली थी। उसके चेहरे, गले वो अन्य जगह पर धारदार हथियार के निशान नजर आ रहे थे। महिला मुख्य आरक्षी की हालात देखकर ऐसा लग रहा था कि, उसके साथ किसी ने जबरदस्ती करने की कोशिश की है। इसके बाद उसे घायल अवस्था में अस्पताल में भर्ती कराया गया है। अब इस मामले में शुक्रवार 22 सितंबर को पुलिस की कार्रवाई देखने को मिली। पूरे 22 दिन बाद मुख्य आरोपी अनीस को एनकाउंटर पर में ढेर कर दिया गया है। जबकि उसके दो अन्य साथी आजाद और विशंभर दयाल गोली लगने से घायल हो गए है। शुक्रवार की सुबह यूपी एसटीएफ और अयोध्या पुलिस की कार्रवाई के दौरान दोनों पक्षों में मुठभेड़ हुई, इस मुठभेड़ अनीस ढेर हो गया। इस दौरान एसओ पुराकलंदर रतन शर्मा व दो अन्य सिपाही भी घायल हो गए। बता दें कि मुठभेड़ थाना क्षेत्र पुराकलंदर के छतरिवा पारा कैल मार्ग पर हुई थी। इस मामले में अन्य दो आरोपियों को भी गिरफ्तार कर लिया गया।
क्या है पूरा मामला, क्या हुआ था ट्रेन में उस दिन
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि, सावन मेले के दौरान सरयू एक्सप्रेस ट्रेन में महिला कांस्टेबल को तैनात दिया गया था। इस दौरान ट्रेन में ही महिला कांस्टेबल पर कुछ लोगों ने हमला किया और उसके साथ दुष्कर्म करने का प्रयास किया। जब महिला कांस्टेबल ने इसका विरोध किया तो उस पर हथियार से हमला किया और कई बार ट्रेन पर उसका सिर लड़ाया। जिसकी वजह से महिला कांस्टेबल गंभीर रूप से घायल हो गई थी। उसके चेहरे सहित गाल व शरीर पर ब्लेड से हमला किया गया था। खून से लथपथ महिला कांस्टेबल किसी तरह से बच ना पाती अगर ट्रेन ना रूकी होती। बता दें कि महिला कांस्टेबल की सुल्तानपुर में तैनाती थी और अयोध्या के सावन मेले में सरयू एक्सप्रेस ट्रेन में ड्यूटी लगी हुई थी।
मोबाइल से मिली लोकेशन
खबरों के अनुसार अयोध्या जंक्शन से करीब दो किमी पहले रामगढ़ हाल्ट पर ट्रेन धीमी होने लगी, जिससे आरोपियों को शक हुआ कि किसी ने चेन पुलिंग की है। जिससे घबराकर आरोपी ट्रेन से कूद गए। इसके बाद आटो के जरिए दो आरोपी अलग अलग रास्ते से भाग निकले। हालांकि जांच के दौरान एसटीएफ को मुख्य आरोपी अनीस की लोकेशन मिल गई। इसके बाद अनीस को एनकाउंटर में ढेर कर दिया गया जबकि अनीस के दो साथ भी गोली लगने की वजह से घायल हो गए। मारे गए बदमाश अनीस के दो अन्य साथी आजाद और विशंभर दयाल उर्फ लल्लू घायल है।