प्रतापगढ़: यूपी बोर्ड की इंटरमीडिएट परीक्षा में शामिल होने की आस लिए एक छात्र कई दिनों से स्कूल के चक्कर काट रहा था, लेकिन फीस जमा न होने के कारण उसे प्रवेश पत्र नहीं दिया गया। इससे हताश होकर छात्र ने आम के पेड़ से फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। यह दर्दनाक घटना प्रतापगढ़ जिले के जेठवारा थाना क्षेत्र के आंखों गांव की है।
परीक्षा के पहले दिन मिली मौत
मृतक शिवम सिंह धनसारी गांव स्थित साधुरी शिरोमणि इंटर कॉलेज का कक्षा 12 का छात्र था। यूपी बोर्ड की परीक्षाएं 24 फरवरी से शुरू हो रही थीं, लेकिन शिवम का ₹5000 का शुल्क बकाया था। बताया जा रहा है कि प्रवेश पत्र न मिलने के कारण वह पिछले पांच दिनों से स्कूल के चक्कर लगा रहा था। रविवार को जब वह किसी तरह ₹2000 का इंतजाम करके स्कूल पहुंचा, तो प्रधानाचार्य ने उसे अपमानित कर भगा दिया।
आर्थिक तंगी बनी जान की दुश्मन
शिवम का परिवार आर्थिक संकट से जूझ रहा था। उसकी बहन पिछले चार महीनों से बीमार थी, जिससे परिवार की आर्थिक स्थिति और खराब हो गई थी। इसी कारण वे समय पर स्कूल की फीस नहीं जमा कर पाए। बेटे की मौत के बाद परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है।
पुलिस ने दर्ज किया मुकदमा
रविवार देर रात शिवम ने घर के पीछे आम के पेड़ से फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। परिजनों ने इस घटना की सूचना पुलिस को दी। मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। मृतक के परिजनों की शिकायत पर पुलिस ने स्कूल प्रशासन के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है।
क्या बोले अधिकारी?
इस मामले पर अपर पुलिस अधीक्षक पश्चिमी संजय राय ने बताया कि मृतक के परिजनों की तहरीर पर मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई है। प्रशासन मामले की गहराई से जांच कर रहा है ताकि दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जा सके।