Gorakhpur News: खुद को सीएम का ओएसडी व मंत्रियों का पीए बता ठगी करना एक किन्नर के लिए भारी पड़ गया। पुलिस ने इस मामले में कड़ी कार्रवाई करते हुए आरोपी पर गैंगस्टर एक्ट लगाया है। पुलिस ने इसके एक अन्य साथी पर भी कार्रवाई की है।
जानकारी के मुताबिक, बलिया जिले के रसड़ा का रहने वाली चांदनी आर्थिक लाभ के लिए मोबाइल फोन से अपने आपको किन्नर समाज का अध्यक्ष, डीजीपी का पीए या मंत्री रसद विभाग का पीए, मुख्यमंत्री का ओएसडी बताती थी। नौकरी ट्रांसफर, विवादित जमीन से संबंधित कार्य आदि को कराने के लिए जिले के पुलिस कंट्रोल रूम में फोन करके और संबंधित थानेदारों को डराती थी। नियुक्ति रजिस्टर से थानाध्यक्ष का पूरा डिटेल नोट करना और उसको अर्दब में लेने के लिए ट्रांसफर की धमकी भी देती थी।
पुलिस के मुताबिक, चांदनी अपने साथी के साथ मिलकर राजस्व विभाग का मोबाइल नंबर गूगल प्लेटफॉर्म से हासिल कर लेती थी। फिर फोन कर दबाव डालकर जालसाजी कर वसूली करती थी। स्वयं दो से तीन आवाज निकाल कर कई मोबाइल नंबरों से बात करती थी, नंबर ट्रूकॉलर पर सचिवालय, मंत्री, पुलिस, डीजीपी कार्यालय आदि लिखकर आता था, जिससे जो व्यक्ति बात करता था, वह झांसे में आ जाता था।
एसपी नार्थ मनोज अवस्थी ने कहा कि मुख्यमंत्री का ओएसडी या फिर मंत्री का पीए बताकर जालसाजी करने वाली चांदनी और उसके साथी को गिरोहबंद कर दिया गया है। डीएम के अनुमोदन के बाद पुलिस ने कार्रवाई की है। अब पुलिस अवैध कमाई से अर्जित इनकी संपत्ति का ब्योरा जुटाएगी और उसे कुर्क कराया जाएगा।