सुल्तानपुर: कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने अपने वादे को निभाते हुए सुल्तानपुर के रामचेत मोची को मुंबई के धारावी में कारीगरों के विश्व प्रसिद्ध “चमार ब्रांड” से जोड़ा। धारावी दौरे के दौरान राहुल गांधी ने रामचेत मोची को अपने साथ रखा, ताकि वे वहां के डिज़ाइन और इनोवेशन को समझ सकें और सुल्तानपुर में खुद का एक बड़ा ब्रांड स्थापित कर सकें।राहुल गांधी की रामचेत मोची से पहली मुलाकात सुल्तानपुर में हुई थी, जहां उन्होंने उनकी मेहनत और हुनर को पहचानते हुए उन्हें सिलाई मशीन उपलब्ध कराई। रामचेत ने उसी मशीन से बने कुछ उत्पाद तैयार कर गांधी परिवार को भेंट करने 10 जनपथ तक का सफर तय किया। इस मुलाकात के दौरान राहुल गांधी ने रामचेत से वादा किया था कि वे उनके ब्रांड को स्थापित करने में मदद करेंगे और उन्हें ट्रेनिंग दिलवाएंगे।
राहुल गांधी धारावी में “चमार स्टूडियो” के संस्थापक सुधीर राजभर से मिले, जिन्होंने धारावी के कारीगरों की अनदेखी प्रतिभा को पहचान कर चमार ब्रांड के रूप में एक बड़ा नाम खड़ा किया है। यह ब्रांड आज वैश्विक फैशन जगत में अपनी अलग पहचान बना चुका है।राहुल गांधी ने न केवल धारावी के “चमार ब्रांड” को रिकॉग्नाइज किया, बल्कि रामचेत मोची को इस ब्रांड की टीम से भी जोड़ा, ताकि वे वहां से सीखकर सुल्तानपुर में भी ऐसा ही एक बड़ा ब्रांड बना सकें।
धारावी के हुनरमंद कारीगरों ने राहुल गांधी को सोनिया गांधी, प्रियंका गांधी और खुद राहुल के लिए हाथ से बनाए हुए बेहद खूबसूरत तोहफे भेंट किए।राहुल गांधी के इस प्रयास की सराहना करते हुए एक करीबी ने कहा”मैं राहुल को 2004 से जानता हूं और दावे के साथ कह सकता हूं कि वे बिल्कुल ऐसे ही हैं। जो कहते हैं, उसे पूरा करते ही हैं। रिश्तों को लेकर वे खुद बेहद ईमानदार हैं और सामने वालों से भी उसी ईमानदारी की उम्मीद रखते हैं।राहुल गांधी की इस पहल से रामचेत मोची और अन्य स्थानीय कारीगरों को न केवल नई पहचान मिलेगी, बल्कि उनके हुनर को राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी पहुंचने का मौका मिलेगा।