ओए, ओए उग्रवादी, ऐ उग्रवादी बीच में मत बोलना। ये आतंकवादी-उग्रवादी है, ये मुल्ला आतंकवादी है। इसकी बात नोट करते रहना अभी बाहर देखूंगा इस मुल्ले को। ये बोल किसी सड़कछाप आदमी के नहीं बल्कि भाजपा सांसद के है। सबसे बड़ी हैरानी की बात तो ये है कि, भाजपा सांसद ये आपत्तिजनक शब्द किसी सड़क पर नहीं उस नई संसद के सदन में बोल रहे हैं। जिसमें 20 सितंबर से कार्रवाई शुरू हुई है। नई संसद, लोकतंत्र, संविधान सबको कलंकित करने वाले सांसद का नाम रमेश बिधूड़ी है।
रमेश बिधूड़ी साउथ दिल्ली जैसी हाईप्रोफाइल सीट से सांसद है और भाजपा का बड़ा दलित चेहरा भी है। लेकिन गुरूवार को चंद्रयान 3 पर मोदी की उपलब्धि गिनाते हुए रमेश बिधूड़ी ने बसपा सांसद दानिश अली को उग्रवादी औऱ ऐसे ऐसे शब्द कहे जिसे सदन की कार्रवाई से हटाना पड़ा। लेकिन दुर्भाग्य है कि, रमेश बिधूड़ी का ये कलंकित बयान हर आदमी ने देखा। ये बयान भले सदन के रिकार्ड से काट दिया जाएगा। लेकिन आदाजी के बाद और नई संसद में इससे ज्यादा अमर्यादित बयान आज तक किसी ने नहीं दिया। अमरोहा सांसद पर ऐसे बयान की सभी दल निंदा कर रहे है।
रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने भी ऐसी भाषा की निंदा की है। वहीं जनता ने तो रमेश बिधूड़ी को जमकर धोया। किसी ने कहा वह ये अटल बिहारी बाजपेयी की पार्टी के सांसद है तो किसी ने मोदी को निशाने पर लिया। वहीं लोकसभा स्पीकर ओम बिरला पर भी रमेश बिधूड़ी पर कोई एक्शन ना लेने पर उन्हें भी टारगेट किया जा रहा है। सत्येंन्द्र पाल अरोड़ा ने लिखा कि, विपक्षा सांसदों को बार बार सस्पेंड करने वाले बिरला जी रमेश बिधूड़ी पर कोई कार्रवाई करेंगे। रमेश बिधूड़ी जब आपत्तिजनक भाषा बोल रहे थे। तब पूर्व मंत्री हर्षवर्धन सिंह औऱ पूर्व मंत्री रविशंकर प्रसाद खिलखिला रहे थे।
जिसके कारण लोग रमेश बिधूड़ी के साथ दोनों सांसदों पर भी फायर है औऱ भाजपा के चाल चरित्र पर सवाल खड़े कर रहे है। रमेश बिधूड़ी के इश बयान पर नेशलन कांफ्रेंस के नता उमर अब्दुल्ला ने कहा कि, आतंकवादी सुनना आदत है। लेकिन अन्य शब्द सुन आहत हूं। फिलहाल नई संसद की नई भाषा को लेकर भाजपा घिर चुका है। मोदी का गुणगान करते करते रमेश बिधूड़ी ने मोदी को ऐसी टेंशन दी जिससे वह परेशान ही नहीं हैरान भी होंगे।
हलांकि अभी बसपा सांसद और रमेश बिधूड़ी दोनों का बयान नहीं आय़ा है। लेकिन ये तय है कि, ये मामला तूल पकड़ने वाला है औऱ लकसभा स्पीकर ओम बिरला पर रमेश बिधूड़ी पर कार्रवाई करने का दबाव भी बढ़ेगा।
ब्यूरो रिपोर्ट nttv bharat