रामलला की प्राण प्रतिष्ठा हुए 14 दिन बीत गए है जिसका उत्साह पूरे देश में देखने को मिल रहा है। प्रभु श्रीराम अपने भव्य और दिव्य मंदिर में विराजमान हो चुके है लाखों की संख्या में भक्त दर्शन करने के लिए रोजाना राम नगरी अयोध्या पहुंच रहे हैं। वहीं, अपने आराध्य के लिए भक्त गिफ्ट लेकर पहुंच रहे हैं। देश ही नहीं बल्कि विदेशों से भी प्रभु राम को गिफ्ट भेंट किए जा रहे हैं। इसी सिलसिले में सात समंदर पार अमेरिका से भी भगवान रामलला के लिए खास तोहफे आए हैं।
अमेरिका से आए तोहफों में भगवान रामलला को सोने से बनी 12 गाड़ियां भेंट की गई हैं। इसमें गज वाहन से लेकर बाज वाहन तक शामिल हैं। इन खास तोहफे में भगवान रामलला का स्वर्ण सिंहासन भी भेजा गया है। एनआरआई वासवी एसोसिएशन यूएसए की ओर से रामलला को दिए गए तोहफों में ही स्वर्ण कल्पवृक्ष मॉडल भी आया है।
भगवान श्री हरि का संप्रभु वाहन
मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम को भगवान विष्णु का अवतार माना जाता है। भगवान श्रीहरि के इस मानव अवतार में भगवान श्रीराम ने मर्यादाएं तय कीं हैं। अपनी इसी मर्यादा के कारण उन्हें मर्यादा पुरूषोत्तम भी कहा जाता है। भगवान रामलला के लिए भेजे गए वाहनों में संप्रभु वाहन भी शामिल है। ऐसा कहा जाता है कि भगवान श्री हरि इस आकाशगंगा वाहन पर बैठे हैं और दुनिया को अपनी उंगली पर संभाले हुए हैं।
प्रभु श्रीराम के लिए भेजे गए तोहफों में कई वाहन भी शामिल हैं। इसमें भगवान विष्णु की सवारी गरूड़ भी शामिल है। मां सरस्वती के पारंपरिक वाहन हंस वाहन को भी भगवान राम को तोहफे में भेंट किया गया है. इसके साथ गज वाहन, वृषभ वाहन, शेषनाग वाहन, सिंह वाहन भी भगवान राम को समर्पित किए गए हैं। इनके अलावा भगवान रामलला के लिए स्वर्ण सिंहासन और कल्प वृक्ष भी भेजा गया है। कल्पवृक्ष स्वर्ग में पाया जाने वाला एक वृक्ष है, जो सभी प्रकार की मनोकामनाएं पूर्ण करता है।