रिपोर्ट- मोहम्मद तौफिक
अमेठी: सरकार भ्रूण लिंग जांच अथवा गर्भपात न करने की चाहे जितनी कानून बना ले लेकिन पर्दे के पीछे इस तरह के गैरकानूनी काम धड़ल्ले से चल रहे हैं। जिस पर सरकार के ही अधिकारी कर्मचारी नजरअंदाज किए रहते हैं । जिसका खामियाजा जनता को भोगना पड़ता है । ऐसा ही एक मामला अमेठी जनपद के जायस थाना क्षेत्र अंतर्गत ग्राम पुरे लोकई से देखने को मिला । जहां पर पिछले 2 माह पूर्व 30 जुलाई को किस्मत उल निशा जिसकी उम्र 40 वर्ष थी उसकी शादी मोहम्मद वसीम पुत्र स्वर्गीय जुम्मन ग्राम सोतिया मजरे बोझी भूला मऊ थाना जायस से हुई थी। वह किस्मत उल 28 जुलाई की सुबह 10:00 बजे अपने घर से बच्चों का सामान लाने की बात बता कर निकली जो वापस नहीं आई। जिस के संबंध में उसके भाई की तहरीर पर थाना जायस में मुकदमा अपराध संख्या 233/20 धारा 366 अज्ञात के नाम पंजीकृत कर विवेचना की जाने लगी । विवेचना के दौरान धारा 366 को घटाकर धारा 314 201, 34 व 15 मेडिकल की बढ़ोतरी करते हुए विधिक कार्यवाही शुरू कर दी गई ।
2 अक्टूबर के दिन जायस थाना प्रभारी भरत उपाध्याय के द्वारा अपराध तथा अपराधियों की धरपकड़ हेतु चलाए जा रहे अभियान के क्रम में मौजूद थे। तभी एक स्कूटी व मारुति वैन पर सवार होकर 4 अभियुक्त जा रहे थे जिनको जायस पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया गिरफ़्तार करते हुए इन सभी चारों अभियुक्तों में से 3 महिला व एक पुरुष अभियुक्त शामिल है । जब इनसे पूछताछ की गई तब उन्होंने बताया कि मृतका किस्मत उल निशा के पेट में लगभग 5 माह का गर्भ था। जिसको ₹15000 में गर्भपात कराने के लिए शकीला मृतका किस्मत उल निशा को साथ लेकर गुड्डी के पास गई। वह गुड्डी जो महिला अस्पताल जाए इसमें दाई का काम करती थी। गुड्डी, किस्मत उल निशा और शकीला को अपने साथ लेकर रीना बंगाली डॉक्टर के पास पहुंची । जहां पर बंगाली डॉक्टर ने गर्भपात करने के लिए किस्मत उल निशा को इंजेक्शन दिया। जिसके बाद अत्यधिक ब्लीडिंग होने के चलते उसकी तबीयत बिगड़ गई । किस्मत उल निशा को लेकर आनन-फानन में सभी लोग फुरसतगंज अस्पताल पहुंचे । जहां से उसको रायबरेली के लिए रेफर कर दिया गया और रायबरेली जाते समय किस्मत उल निशा की मृत्यु हो गई । किस्मत उल निशा की मृत्यु के उपरांत उनके शव को छुपाने के लिए पुनः रीना के घर लेकर गए । जहां पर अकील की मारुति वैन से रात में शव को ले जाकर परशदेपुर रोड पर चौदह ताल थाना क्षेत्र डीह जनपद रायबरेली के पास रोड के बाएं तरफ झाड़ी में फेंक दिया गया। और सभी लोग इस तरह की घटना कार्य करने के बाद चैन की सांस लेते हुए अपने घर पर पहुंच गए । लेकिन इसी बीच जायस पुलिस के द्वारा विवेचना के दौरान इन लोगों पर संदेह हुआ और इन चारों को पता करने लगे तभी आज इन सभी की गिरफ्तारी मुकम्मल हो सकी सभी को सुसंगत धाराओं में विरोध करते हुए जेल की सलाखों के पीछे भेजा जा रहा है।