Madhy Prdesh Vidhan sabha News: मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव करीब हैं, ऐसे में क्या राजनीतिक दल चुनाव जीतने के लिए तंत्र-मंत्र का सहारा ले रहे हैं? दरअसल, चुनाव में राजनीतिक पार्टियां साम-दाम, दंड-भेद सब कुछ इस्तेमाल कर रहीं हैं, लेकिन देखा जाए तो इसका इस्तेमाल तो हमेशा से ही होता आया है. इस बार तो अनोखी बात ये है कि चुनाव जीतने के लिए तंत्र-मंत्र का इस्तेमाल हो रहा है. कुछ ऐसा ही नजारा उज्जैन के श्मशान घाट पर दिखा है, जहां नवरात्रि में खासतौर पर कमलनाथ की तस्वीर के साथ पूजा पाठ की जा रही है.
इस तस्वीर को देखते हुए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भी कांग्रेस पर जमकर निशाना साधा है. मुख्यमंत्री ने कहा की अब तो कांग्रेस श्मशान पहुंच रही है. तंत्र-मंत्र कर रही है. इससे तो अच्छा होता कि महाकाल की शरण में जाते. हम भी गए थे कि बारिश हो जाए बाबा और बारिश हुई भी.
इस बार नहीं आ रहे कमलनाथ- रामदास अठावले
वहीं, भोपाल पहुंचे केंद्रीय मंत्री रामदास अठावले ने इस मामले में कहा कि देश में लोकतंत्र चलता है, न कि तंत्र मंत्र. अपने अंदाज में उन्होंने कहा कि “नहीं आ रहे कमलनाथ, क्योंकि जनता है हमारे साथ.”
ये बात सही है कि कांग्रेस इस बार शुभ मुहूर्त देखकर ही प्रत्याशियों की सूची जारी कर रही है. कांग्रेस ने नवरात्रि के पहले दिन सुबह 9 बजकर 9 मिनट पर 144 उम्मीदवारों की सूची जारी की. 144 का टोटल करने पर भी 9 आता है. वहीं, 2019 के लोकसभा चुनाव के दौरान भोपाल से कांग्रेस के प्रत्याशी दिग्विजय सिंह के लिए भी मिर्ची बाबा और कंप्यूटर बाबा ने महायज्ञ किया था.
‘हर कोई कमलनाथ को ही मुख्यमंत्री देखना चाहता है’
श्मशान में तंत्र-मंत्र करने के मामले में कांग्रेस नेता अब्बास हाफिज का कहना है कि इस वक्त हर कोई प्रदेश में कमलनाथ को ही मुख्यमंत्री देखना चाहता है. ऐसे में संत पुजारी सभी अपने-अपने तरीके से पूजा पाठ कर रहे हैं. कांग्रेस और बीजेपी के बीच इस बार कांटे की टक्कर है. ऐसे में जनतंत्र को जीतने के लिए तंत्र-मंत्र का सहारा लिया जा रहा है.