Jayant Chaudhray: देश में अगले साल होने वाले आम चुनाव से पहले ही यूपी की सियासत में बिसात बिछनी शुरू हो गई है। राष्ट्रीय लोक दल (आरएलडी) के चीफ जयंत चौधरी इस बार दिवाली नहीं मनाएंगे। उनका कहना है कि वर्तमान में जो हालत किसानों की है उसे देखते हुए वह दिवाली के जश्न से दूर रहेंगे। हालांकि दूसरे दलों ने इसको चुनावी स्टंट करार दिया है। बीजेपी ने पलटवार करते हुए कहा है कि यूपी के किसान डबल इंजन की सरकार से पूरी तरह से खुश हैं।
राष्ट्रीय लोक दल के प्रमुख चौधरी जयंत सिंह 9 नवंबर को उत्तर प्रदेश के शामली में किसानों की एक ‘महापंचायत’ को संबोधित कर रहे थे। राष्ट्रीय लोक दल (आरएलडी) के प्रमुख चौधरी जयंत सिंह ने कहा है कि वह किसानों के साथ एकजुटता दिखाने के लिए इस साल दिवाली नहीं मनाएंगे, जो उनके अनुसार कई समस्याओं का सामना कर रहे हैं। रालोद प्रमुख ने यह घोषणा तब की जब उन्होंने गुरुवार को शामली में किसानों की एक ‘महापंचायत’ में भारतीय किसान यूनियन (बीकेयू) के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत के साथ मंच साझा किया।
यह कार्यक्रम “लंबित गन्ना भुगतान” की मांग को लेकर किसानों की
अनिश्चितकालीन हड़ताल का समर्थन करने के लिए आयोजित किया गया था। दोनों नेताओं ने इस मुद्दे पर बीजेपी सरकार पर निशाना साधा. “सरकार सब जानती है और समाधान भी सरकार को ही निकालना है।मोदी भाषण देते हैं कि वह अपने तीसरे कार्यकाल में किसानों के सभी मुद्दों का समाधान करेंगे, लेकिन उन्हें कौन बताएगा कि तीसरा कार्यकाल नहीं आएगा।
जयंत ने आरोप लगातार हुए कहा कि सरकार में बुलडोजर चलते हैं। किसानों के भुगतान का कोई समाधान क्यों नहीं? 14 दिन के अंदर भुगतान नहीं होने पर सरकार ब्याज दे। यह सरकार की एक बड़ी जिम्मेदारी है। हम किसानों के साथ हैं। अगर किसानों का बकाया नहीं दिया गया तो एक और महापंचायत होगी।
जयंत के इन आरोपों को लेकर बीजेपी के प्रदेश प्रवक्ता अवनीश त्यागी ने कहा है कि यूपी की योगी आदित्यनाथ की सरकार ने जितना किसानों के लिए किया है उतना किसी भी सरकार ने नहीं किया है। आप आंकड़े उठाकर देख लीजीए। योगी सरकार में जितना गन्ने का भुगतान हुआ उतना किसी की सरकार में नहीं हुआ। केंद्र सरकार किसानों के लिए अलग अलग योजनाएं चला रही है जिसका लाभ किसानों को मिल रहा है। यह आरएलडी का चुनावी स्टंट है।