Breaking News

चंदौली के संजय सिंह बने WFI के नए अध्यक्ष, साक्षी मलिक ने रोते हुए लिया संन्यास

UP : चंदौली के संजय सिंह बने WFI के नएअध्यक्ष, साक्षी मलिक ने रोते हुए लिया संन्यास

उत्तर प्रदेश: चंदौली के रहने वाले संजय सिंह भारतीय कुश्ती संघ के अध्यक्ष का चुनाव जीत गए हैं उनकी जीत से जनपदवासियों और उनके शुभचिंतकों में खुशी का माहौल है। संजय सिंह कैसरगंज से बीजेपी सांसद और भारतीय कुश्ती संघ के पूर्व अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह के करीबी माने जाते हैं। संजय सिंह 2008 में वाराणसी कुश्ती संघ के जिलाध्यक्ष बने थे। उसके बाद जब यूपी में साल 2009 में कुश्ती संघ बना तो बृजभूषण शरण सिंह प्रदेश अध्यक्ष बने थे तो संजय सिंह को उपाध्यक्ष चुना गया था।

बता दें संजय सिंह मूल रूप से चंदौली के रहने वाले हैं। वर्तमान में वाराणसी में परिवार के साथ रहते हैं। वे पिछले डेढ़ दशक से भारतीय कुश्ती संघ से जुड़े हैं और बृजभूषण शरण सिंह के काफी नजदीकी मानें जाते हैं। वहीं संजय सिंह के सामने चुनाव लड़ीं अनीता श्योराण, बृजभूषण शरण सिंह की कट्टर विरोधी मानी जाती हैं। अनीता ने पहलवानों के यौन उत्पीड़न मामले में भी बृजभूषण शरण के खिलाफ गवाही दी थी। अनीता कुश्ती के मैदान में भी बड़ी सफलता हासिल कर चुकी हैं। उन्होंने 2010 के कॉमनवेल्थ गेम्स में गोल्ड मेडल जीता था।

जीत के बाद ये बोले संजय सिंह

जीत के बाद संजय सिंह ने कहा, ये देश के उन हजारों पहलवानों की जीत है, जो पिछले महीनों से परेशान हैं। हम राजनीति का राजनीति से और कुश्ती का कुश्ती से जवाब देंगे।

साक्षी ने लिया संन्यास

चुनाव का परिणाम आने के साथ ही साक्षी मलिक ने विरोध में कुश्ती से संन्यास लेने की घोषणा कर दी। डब्ल्यूएफआई कार्यालय से कुछ दूरी पर साक्षी, बजरंग और विनेश फोगाट ने प्रेस कांफ्रेंस की। साक्षी ने टेबल पर अपने जूते रखकर कहा, ‘हमने दिल से लड़ाई लड़ी लेकिन बृजभूषण जैसे व्यक्ति, उसके बिजनेस साझीदार और करीबी सहयोगी को डब्ल्यूएफआइ का अध्यक्ष चुना गया है तो मैं कुश्ती छोड़ती हूं। हम एक महिला अध्यक्ष चाहते थे लेकिन ऐसा नहीं हुआ।

कुश्ती संघ के उपाध्यक्ष थे संजय सिंह

चंदौली सदर ब्लॉक के झांसी गांव से निकलकर संजय सिंह कुश्ती की दुनिया में चले गए और फिर पीछे मुड़कर नहीं देखा। संजय सिंह वाराणसी कुश्ती संघ के अध्यक्ष के साथ-साथ भारतीय कुश्ती संघ के उपाध्यक्ष भी थे। आज उनके पैतृक गांव झांसी में ग्रामीण खुश दिखे। यही नहीं घर जाकर पटाखे भी जलाए और मिठाई एक-दूसरे को खिलाई। संजय सिंह के गांव में आज खुशी का माहौल है।

ऐसा रहा संजय सिंह का करियर

संजय सिंह वर्ष 2009 में प्रदेश कुश्ती संघ के वरिष्ठ उपाध्यक्ष चुने गए। भारतीय कुश्ती संघ के संयुक्त सचिव का पद भी संभाला। संजय सिंह की कोशिशों का परिणाम है कि वर्तमान में सिर्फ वाराणसी में पांच सौ से अधिक खिलाड़ी हर रोज अलग-अलग जगहों पर गद्दों पर अभ्यास करते हैं। इनमें से 100 से अधिक राष्ट्रीय व 50 से अधिक अंतरराष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिताओं में भाग ले चुके हैं। इनमें महिला पहलवानों की संख्या भी अच्छी खासी है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *