Akhilesh Yadav in Deoria: उत्तर प्रदेश के देवरिया कांड में 6 लोगों की हत्याओं के मामले में सियासत तेज होती दिख रही है. सोमवार को पीड़ित परिवारों से मिलने पहुंचे सपा मुखिया अखिलेश यादव को उस वक्त मायूसी हाथ लगी जब नरसंहार में मारे गए सत्यप्रकाश दुबे के बेटे देवेश दुबे ने उनसे मिलने से इनकार कर दिया. देवेश दुबे ने कहा कि उन्हीं की सरकार में मेरे साथ इस तरह का अन्याय हुआ है. उनसे मिलकर अब कोई फायदा नहीं है. इस पर सपा मुखिया ने योगी सरकार का नाम लिए बिना बड़ा हमला बोला है और कहा कि कुछ नेता उन्हें मुझसे मिलने से रोक रहे हैं.
देवरिया पहुंचे अखिलेश यादव
नहीं मिला सत्यप्रकाश दुबे का बेटापूर्व CM बोले- कुछ नेता है जो उसको समझा रहे होंगे। #AkhileshYadav #DeoriaHatyakand pic.twitter.com/FCK8zFzPLo
— nttvbharatofficial (@nttvofficial) October 16, 2023
सपा मुखिया अखिलेश यादव ने कहा, मुझे पता चला है कि पीड़ित परिवार मुझसे मिलना नहीं चाहता है. ये उस परिवार की भावना है. उन्होंने कहा कि हो सकता है कि ये भावना सत्यप्रकाश दुबे के बेटे देवेश दुबे की न हो. उन्होंने कहा कि कुछ ऐसे नेता हैं तो उसे समझा रहे होंगे कि अखिलेश यादव से मत मिलना. उन्हें नीचा दिखा दो और उन्हें अपमानित कर दो. हम हर किसी के दुख में शामिल होने आए हैं.
अखिलेश यादव ने योगी सरकार पर हमला करते हुए बोला कि यूपी में एक मां और बेटी को जला दिया गया और उसके घर को बुलडोजर से गिरा दिया गया. आप उस परिवार से मिलने नहीं गए. सरकार को चाहिए था कि उस परिवार के बेटे से मिलते और उसे गले लगाते. मैं दोनों ही परिवार की आर्थिक मदद करूंगा.
पिता ने सपा सरकार से लगाई थी गुहार- देवेश
सपा मुखिया अखिलेश यादव के पहुंचने से पहले सत्यप्रकाश दुबे के बेटे देवेश दुबे ने कहा था कि साल 2014 में समाजवादी पार्टी की सरकार थी, उस वक्त ही मेरे पिता ने सरकार से गुहार लगाई थी कि हमारी जमीन पर जबरन दबंग प्रेमचंद यादव की ओर से बैनामा किराया जा रहा है. वह लगातार सरकार से गुहार लगाते रहे लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई.
एक परिवार के पांच लोगों की हुई थी निर्मम हत्या
2 अक्टूबर को देवरिया जिले के फतेहुपर गांव के लहड़ा टोला में एक परिवार के पांच लोगों की निर्मम हत्या कर दी गई थी. दबंगों ने जिन लोगों को मौत के घाट उतारा था, उनमें सत्य प्रकाश दुबे, उनकी पत्नी किरण दुबे के अलावा सलोनी, नंदिनी और गांधी शामिल थे. इस परिवार के साथ ही पूर्व जिला पंचायत सदस्य प्रेमचंद यादव की थी हत्या हुई थी.