Kasganj News: उत्तर प्रदेश कासगंज जनपद के थाना ढोलना इलाके में रात्रि गश्त कर रहे बाइक सवार दो सिपाहियों को तेज रफ्तार स्कार्पियो कार ने रौद दिया। जिससे एक सिपाही की मौत हो गई, जबकि दूसरा सिपाही अस्पताल में जिंदगी और मौत के बीच जूझ रहा है।घटना में शहीद हुए सिपाही को पुलिस लाइन में श्रंद्धाजलि अर्पित कर एसपी सौरभ दीक्षित और एएसपी जितेन्द्र दुबे ने शहीद सिपाही की अर्थी को कंधा देकर अंतिम विदाई दी।साथ ही परिजनों को हर संभव मदद करने का आश्वासन दिया।
हादसे की घटना ढोलना थाना क्षेत्र के गढ़ी पचगई रोड पर रविवार की रात्रि के 12 बजे के लगभग की घटित हुई है। इनायती चौकी पर तैनात कांस्टेबल दीपक चौधरी पुत्र ओमप्रकाश निवासी मोरी गेट अनूप शहर और उनके साथी उपेंद्र नाथ चौधरी निवासी मेरठ दोनों एक बाइक पर सवार होकर रात्रि गश्त कर रहे थे, इसी बीच तेज रफ्तार स्कार्पियो कार संख्या डीएल 4 सीएनबी 4788 ने बाइक में टक्कर मार दी। टक्कर इतनी जोरदार थी कि सिपाही दीपक चौधरी की मौत हो गई, जबकि उपेंद्र नाथ चौधरी गंभीर रूप से घायल हो गये।घायल उपेंद्र को अलीगढ़ से मेरठ हाँस्पीटल के लिए भेजा गया है। वहीं हादसे में शहीद हुए दीपक चौधरी को कासगंज पुलिस लाइन में पुलिस द्वारा श्रद्धांजलि अर्पित कर गार्ड आँफ आँनर द्वारा गमगीन माहौल में सलामी दी गई। बाद में उनके शव को एसपी सौरभ दीक्षित और एएसपी जितेन्द्र दुबे सहित अन्य पुलिस कर्मियों ने कंधा देकर शहीद के शव को अंतिम विदाई दी।इस मौके पर शहीद आरक्षी के प्रभावित परिवार के प्रति संवेदना व्यक्त करते उनकी हरसंभव मदद का संकल्प भी लिया गया।इस मौके पर अन्य लोगों की आंखें नम हो गई। एसपी सौरभ दीक्षित ने कहा कि, पुलिस विभाग के लिए यह अपूर्णीय क्षति है। उन्होंने अपनी टीम के साथ प्रभावित परिवारों को हरसंभव मदद करने की बात भी कही।
आपको बता दें कि शहीद सिपाही दीपक चौधरी के पिता ओमप्रकाश राजस्व विभाग में कानून के पद से रिटायर्ड है, मां घरेलू महिला है। तीन भाईयों में से दीपक सबसे बड़े भाई थे, जोकि कासगंज पुलिस में अपनी सेवा 2020 से दे रहे थे,उनकी यह पहली पोस्टिंग थी, जबकि दीपक से छोटे भाई प्रशांत पीएससी में तैनात श्रेयस बीएसएफ में अपनी सेवाएं दे रहे हैं।दीपक चौधरी की शादी 11 वर्ष पूर्व अनूप शहर की ही आरती नाम की युवती से हुई थी, दाम्पत्य जीवन में दो बच्चो को भी जन्म दिया था पहला बच्ची आठ वर्ष की तानिष्का है जबकि चार वर्ष का बेटा गर्व है। दीपक चौधरी सभी हंसते खेलते परिवार को हमेशा हमेशा के लिए अकेला छोड़कर चला गया।
रिपोर्ट- अतुल यादव