प्रयागराज: बहुचर्चित ज्योति मौर्य विवाद में एक नया मोड़ सामने निकल कर आया है. आज यानी 18 अगस्त को प्रयागराज स्थित फैमिली कोर्ट में तलाक को लेकर पहली सुनवाई होनी थी, लेकिन पीसीएस अधिकारी ज्योति मौर्य गैरहाजिर रहीं. वहीं उनके पति आलोक मौर्य भी कोर्ट में नहीं पहुंच पाए. दूसरी और पीठासीन अधिकारी के ट्रेनिंग पर जाने की वजह से सुनवाई भी नहीं शुरू हो सकी.
दोनों पक्षों के वकील की तरफ से माफीनामा कोर्ट में लगा दिया गया है. अगली सुनवाई 22 सितंबर को होनी है. बता दें कि इससे पहले 11 जुलाई को सुनवाई के दौरान भी ज्योति मौर्य कोर्ट में उपस्थित नहीं हुई थी. उन्होंने इसका कारण विभाग से छुट्टी ना मिलना बताया था. इसके बाद 18 अगस्त की नई तारीख तय की गई थी. अब ऐसे में आने वाली तारीख में पहली सुनवाई की जाएगी.
जानिए क्या था मामला
बीते महीने सोशल मीडिया पर पीसीएस अधिकारी ज्योति मौर्य और पति आलोक का मामला तेजी से वायरल हुआ था, जहां पति आलोक मौर्य ने पत्नी को पढ़ा लिखा कर पीसीएस अधिकारी बनाने की बात कही थी. आरोप लगाया कि पत्नी का किसी और व्यक्ति के साथ चक्कर होने के कारण वह उनके साथ नहीं रहना चाहता है. मामला बढ़ने के कारण अब स्थिति तलाक पर पहुंच चुकी है जिसकी सुनवाई कोर्ट में होनी है.
ज्योति ने पति पर लगाए हैं गंभीर आरोप
प्रयागराज की देवप्रयागम कॉलोनी झलवा में रहने वाली ज्योति मौर्या ने धूमनगंज थाने में पति आलोक मौर्य समेत अन्य के खिलाफ गंभीर धाराओं में केस दर्ज करवाया है. मामले की जांच में विवेचक ने ज्योति और अन्य का पक्ष ले लिया है. मुकदमे में आरोप लगाया गया है कि आलोक और उनके परिवार वाले फॉर्च्यूनर कार की मांग कर रहे थे. वहीं ब्लैकमेलिंग समेत अन्य मामले भी दर्ज किए गए हैं.