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शिवराज की मंत्री बोलीं मदरसों से निकलते हैं आतंकवादी, MP में मदरसों को सरकारी फंड रोकने की मांग

अब मध्य प्रदेश सरकार में भी मदर्सों को सरकारी फंड नहीं देने की मांग तेज हो गई है। मध्य प्रदेश के पर्यटन और संस्कृति विभाग की मंत्री उषा ठाकुर ने मदरसों के लेकर बड़ा बयान दिया है। उषा ठाकुर ने मांग की है कि मदरसों को दिया जाने वाली सरकारी ग्रांट को बंद किया जाना चाहिए, क्योंकि सभी आंतकी मदरसों से ही निकले हैं। उषा ठाकुर ने राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ और कांग्रेस पर भी निशाना साधा है।

बता दें कि ऊषा ठाकुर ने कहा –  कि कमलनाथ सरकार मंदिरों से जजिया कर्ज जैसा टैक्स वसूलती थी। इंदौर में एक प्रेस कांफ्रेंस में उषा ठाकुर ने कहा कि मदरसों को शासकीय सहायता बंद होनी चाहिए, वक्फ बोर्ड अपने आप में खुद एक सक्षम संस्था है। अगर कोई पर्सनल तौर पर कोई मदद करना चाहता है तो हमारा संविधान उसकी इजाजत देता है, लेकिन हम खून पसीने की गाढ़ी कमाई को जाया नहीं होने देंगे। हम उस पैसे का इस्तेमाल विकास के काम में लगाएंगे।

वहीं धर्मांतरण के मामले में उषा ठाकुर ने कहा कि कमलनाथ ही आदिवासियों से कहा था कि वो खुद को हिन्दू लिखना छोड़ दे जबकि वो अनादि काल से हिन्दू हैं, ऐसे में उनके ये कहने का क्या तुक है।  उन्होंने सीधे कहा कि कमलनाथ देश की एकता अखंडता को क्षिन्न भिन्न करना चाहते है। उन्होंने कहा कि वफ्फ बोर्ड आर्थिक रूप से मजबूत है बावजूद कमलनाथ सरकार ने प्रदेश में इमाम और मौलवियों को 5 हजार तक वेतन दिया गया जो कि अन्य वर्गों के अधिकारों के छिना जाने जैसा है।

पूर्व सीएम कमलनाथ धार्मिकता को लेकर उषा ठाकुर ने कहा कि वो दिखावा है और उन्हें ये बात समझ मे आ गई है। कमलनाथ बीजेपी की तर्ज पर धार्मिक दिखाई देना चाहते हैं लेकिन वो कुछ भी करे जनता सब समझ चुकी है और 3 नवंबर को जनता उनको आइना भी दिखा देगी। इतना ही नही मंत्री इमरती देवी पर दिए गए आयटम वाले बयान पर मंत्री उषा ठाकुर ने कहा कि किसी भी महिला के लिए अपमानित शब्दो का प्रयोग अनुचित है और वे इसकी कड़ी भर्त्सना करती है।