लखनऊ। भारत के युवा वैज्ञानिक शुभांशु शुक्ला ने अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (ISS) पर 18 दिन बिताने के बाद सफलता के साथ धरती पर वापसी की है। यह मिशन भारतीय अंतरिक्ष इतिहास के लिए एक गौरवशाली क्षण है। शुभांशु शुक्ला के साथ Axiom-4 मिशन में शामिल अन्य तीन अंतरिक्ष यात्री—कमांडर पैगी व्हिट्सन, पोलैंड के स्लावोज़ उज्नान्स्की-विस्नीव्स्की, और हंगरी के टिबोर कापू भी सुरक्षित लौटे हैं।
सभी एस्ट्रोनॉट्स ने लगभग 22.5 घंटे की यात्रा के बाद ड्रैगन स्पेसक्राफ्ट “Grace” के ज़रिए पृथ्वी पर वापसी की। यह अंतरिक्ष यान भारतीय समय अनुसार सोमवार शाम 4:45 मिनिट पर ISS से अलग हुआ था। कैलिफोर्निया के सैन डिएगो तट के पास प्रशांत महासागर में सफल स्प्लैशडाउन हुआ। पैराशूट सिस्टम के जरिए स्पेस कैप्सूल को पानी में उतारा गया, जहां सभी अंतरिक्ष यात्री सुरक्षित निकले।
इस मिशन के दौरान, शुभांशु शुक्ला ने माइक्रोग्रैविटी वातावरण में कई प्रयोग किए और अंतरराष्ट्रीय सहयोग में महत्वपूर्ण योगदान दिया। उनकी पहली तस्वीर भी सामने आई है, जिसमें वह कैप्सूल से मुस्कुराते हुए बाहर निकलते नजर आ रहे हैं — एक पल जो भारत के लिए गर्व से भरा है। इस सफलता ने भारत को एक बार फिर वैश्विक अंतरिक्ष मंच पर मजबूती से स्थापित किया है।