सीतापुर। “वो मोहब्बत थी या जुनून, मगर अंजाम में मासूमियत की कीमत चुकानी पड़ी…” — ये पंक्ति बुधवार को सिधौली तहसील परिसर में घटे उस दृश्य को बखूबी बयान करती है, जिसने समाज को झकझोर कर रख दिया। यहां एक महिला ने प्रेमी संग जाने के लिए अपने पति और दो मासूम बेटियों को हमेशा के लिए छोड़ दिया।
25 वर्षीय शिवानी, सिधौली क्षेत्र की निवासी, बीते पांच दिनों से अपने ससुराल से लापता थी। परिजनों को संदेह था कि वह बाराबंकी के चक गांव निवासी अपने प्रेमी दीपक के साथ गई है। लेकिन सबसे चौंकाने वाली बात यह रही कि पति राजेन्द्र उर्फ गोलू ने पुलिस में कोई शिकायत दर्ज नहीं कराई, बल्कि शांत भाव से अपने बच्चों की परवरिश पर ध्यान केंद्रित किया।
बुधवार को जब शिवानी तहसील परिसर में दीपक के साथ पहुंची, तो दोनों पक्षों के बीच कहासुनी हो गई। धीरे-धीरे मामला भीड़ में बदल गया, लेकिन शिवानी का रुख अडिग रहा। तमाम कोशिशों और भावनात्मक अपीलों के बावजूद वह अपने प्रेमी को छोड़ने को तैयार नहीं हुई।
शिवानी की शादी को 8 साल हो चुके हैं और उसकी दो बेटियां हैं—जिनकी उम्र मात्र 5 और 4 वर्ष है। बावजूद इसके, उसने अपनी बेटियों की ममता को त्याग प्रेमी संग जाने का फ़ैसला किया। आख़िर में पति राजेन्द्र ने दुखी होकर कहा, “अगर तुम्हें वही अच्छा लगता है, तो खुशी-खुशी जाओ… पर ये बेटियाँ अब मेरी जिम्मेदारी हैं।” शिवानी प्रेमी संग चली गई, और राजेन्द्र अपनी टूटती भावनाओं के बीच बेटियों का हाथ थामे चुपचाप घर लौट गया।