जालौन में युवक को आत्महत्या के लिए उकसाने के मामले में उरई जिला कारागार में बंद माधौगढ़ के पूर्व ब्लाक प्रमुख, सपा नेता सुदामा दीक्षित से मिलने के लिए समाजवादी पार्टी का एक डेलीगेशन विधानमंडल के मुख्य सचेतक ऊंचाहार विधायक मनोज पांडेय के नेतृत्व में मंगलवार को उरई पहुंचा।
जिला कारागार उड़ाए में सपा नेता सुदामा दीक्षित से तीन सदस्ययी डेलीगेशन ने मुलाकात की। जिसको देखते हुये भारी पुलिस पर तैनात किया गया था, करीब 1 घंटे की मुलाकात के दौरान जेल में बंद सपा नेता सुदामा दीक्षित से पूरे घटना की जानकारी विधायक मनोज पांडे और उनके डेलिगेशन ने ली, इसके बाद यह डेलीगेशन उरई पुलिस लाइन में पुलिस अधीक्षक डॉक्टर इरज राजा से मिले और ज्ञापन देकर निष्पक्ष जांच की मांग की है।
बीते सप्ताह माधौगढ़ के पूर्व ब्लाक प्रमुख सपा नेता सुदामा दीक्षित को एक कर्मचारी के आत्महत्या के मामले में गिरफ्तार करते हुये पुलिस ने जेल भेज दिया था। इस मामले में समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव के निर्देश पर प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम पटेल विधानमंडल के मुख्य सचेतक ऊंचाहार विधायक मनोज पांडेय के नेतृत्व में 10 सदस्य डेलिगेशन नियुक्त किया था।
जिसमें विधायक पंकज मलिक, विधायक विनोद चतुर्वेदी, विधायक इंजीनियर सचिन यादव, विधायक मुकेश वर्मा, विधायक गौरव रावत, विधायक मोहम्मद अरमान खान, पूर्व विधायक के.के. ओझा, पूर्व महासचिव प्रबुद्ध सभा पंकज शर्मा और जिलाध्यक्ष समाजवादी पार्टी दीप राज गुर्जर को शामिल किया था।
इस मामले में मुलाकात करने के लिए मंगलवार को यह डेलिगेशन जालौन के उरई पहुंचा। कारागार में बंद सपा नेता सुदामा दीक्षित से मुलाकात की और पूरे घटनाक्रम के बारे में जानकारी ली। इस दौरान पत्रकारों से बात करते हुए ऊंचाहार विधायक मनोज पांडेय ने कहा कि, सुदामा दीक्षित और उनके परिवार ने हमेशा गरीबों की मदद की है। गरीब बच्चों को गोद लिया है। उनकी पढ़ाई, स्वास्थ्य, रहने की पूरी व्यवस्था की है, सुदामा दीक्षित और उनके परिवार द्वारा लगातार समाज सेवा की जा रही है, मगर उनके खिलाफ साजिश की जा रही है।
इसी साजिश के कारण उनके ऊपर झूठा मुकदमा दिखाया गया है। जिस परिवार के व्यक्ति ने आत्महत्या की उसके क्षीर सागर परिवार साथ दे रहा है, क्योंकि वह उनके परिवार का हिस्सा था, मगर कुछ लोगों द्वारा साजिश करके सुदामा के खिलाफ पहले भी कई मुकदमे दर्ज कराए गए थे। इसके साथ ही उन्होंने निष्पक्ष जांच की मांग की है।