लखनऊ : अपने विवादित बयानों के चलते अक्सर सुर्खियों में रहने वाले समाजवादी पार्टी के नेता स्वामी प्रसाद मौर्य के खिलाफ उनकी ही पार्टी में विरोध सुर के उठने लगे है। सपा विधायक और पार्टी के मुख्य सचेतक मनोज पांडेय ने स्वामी प्रसाद मौर्य पर हमला बोला है। मनोज पांडेय ने कहा कि स्वामी प्रसाद मौर्य का मानसिक संतुलन ठीक नहीं है। इसी वजह से वो ऐसे बयान दे रहे हैं। पार्टी की नसीहत के बावजूद भी वो मान नहीं रहे हैं।
उन्होंने आगे कहा पार्टी कई बार उनको नसीहत दी, बावजूद इसके वे नहीं मान रहे हैं। मनोज पांडेय के इस बयान के बाद सपा के राष्ट्रिय महासचिव स्वामी प्रसाद मौर्य का पार्टी में ही विरोध शुरू हो गया है।
दरअसल, विधान परिषद में चर्चा के दौरान स्वामी प्रसाद मौर्य ने एक बार फिर जहर उगला, जहां उन्होंने रामलला को लेकर सवाल किए तो वहीं एक बार फिर हिंदुओं को बांटने की कोशिश की। उन्होंने कहा, ” क्या राम निर्जीव हो गए थे, जो प्राण प्रतिष्ठा की जरूरत पड़ी। जो पहले से जीवित है, उसमें प्राण प्रतिष्ठा की क्या जरूरत थी। अपर कास्ट का हिंदू ओबीसी, एससी और एसटी का आरक्षण खा रहा है और ये कहते हैं ओबीसी, एससी और एसटी भी हिंदू हैं। ”
जगह-जगह हो रहा विरोध
गौरतलब है कि हिंदू धर्म पर अपने बयानों के चलते स्वामी प्रसाद का जगह-जगह विरोध हो रहा है। हाल ही में कौशांबी में उनका हिंदू संगठनो ने जमकर विरोध किया था। इतना ही नहीं स्वामी प्रसाद मौर्य की गाड़ी पर हिंदू संगठन के लोगों ने स्याही भी फेंकी थी। साथ ही उनको काले झंडे दिखाए थे।
बीते साल फरवरी महीने में वाराणसी के रामनगर इलाके में भी कुछ ऐसा ही नजारा देखने को मिला था। दो दिवसीय दौरे पर वाराणसी पहुंचे स्वामी प्रसाद के काफिले स्याही और काले कपड़े फेंके गए थे।
इस घटना के बाद अगस्त महीने में समाजवादी पार्टी के ओबीसी महासम्मेलन के दौरान स्वामी प्रसाद मौर्य पर जूता फेंका गया था। एक वकील के वेश में पहुंचे आकाश सैनी नाम के शख्स ने जूता फेंका था। वहां मौजूद सपा और मौर्य समर्थकों ने उसको पकड़ लिया और जमकर पीटा था।