आउट सोर्स एजेंसियों के चयन में आला अफसर खुली बल्लेबाजी कर रहे है। खाता न बही , जो साहब करे वही सही की तर्ज पर मनमर्जी चल रही है। ताजा मामला यूपी के सुल्तानपुर जनपद का है। दरअसल सुल्तानपुर जनपद के महिला कल्याण बिभाग ( प्रोवेशन ) दफ्तर में 6 पदों पर 7 कर्मचारियों की भर्ती होनी है। इसके लिए आउट सोर्स एजेंसी का चयन करने के लिए टेंडर निकाला गया। करीब 150 एजेंसियों ने टेंडर में हिस्सा भी लिया । टेंडर में शर्त है कि आउट सोर्स कंपनी या फार्म 3 साल पुरानी होनी चाहिए । इसके अलावा भी तमाम शर्ते और नियम है मगर जिला प्रोवेशन अधिकारी वीरेंद्र बहादुर सिंह की देख रेख में ऐसी कम्पनी का चयन कर लिया गया जो जिसका रजिस्टेशन सिर्फ दो साल पहले हुआ है। सवाल तमाम है मगर जबाब एक भी सवाल का नही या इस एजेंसी का हुआ चयन!
प्रोवेशन विभाग में 7 कर्मचारियों की आपूर्ति के लिए सुरुजा रिसोर्स प्राइवेट लिमिटेड कंपनी के चयन की बात सामने आई है। इस कंपनी का रजिस्टेशन 4 जुलाई 2022 में हुआ है। इस हिसाब से कंपनी सिर्फ 2 साल 7 महीने पुरानी है जबकि टेंडर के नियम और शर्तो में स्पस्ट लिखा है फर्म और कंपनी 3 साल पुरानी होनी चाहिए।
क्या कहते है प्रोवेशन अधिकारी
आउट सोर्स एजेंसी के चयन के मुद्दे पर जिला प्रोवेशन अधिकारी वीरेंद्र बहादुर वर्मा ने गोल मोल जबाब दिया। उन्होंने कहा कंपनी पुरानी है लेकिन नाम बदलने से ऐसी भ्रान्तिया फैल रही है। सुरुजा कंपनी का पहले क्या नाम था इस सवाल का जबाब वो नही दे सके।