सुल्तानपुर : उत्तर प्रदेश के सुल्तानपुर जिले में पिछले दो दिनों से प्रभारी हेडमास्टर सुसाइड कांड सुर्खियों में है। सोमवार को खंड शिक्षा अधिकारी से तंग आकर प्रभारी हेडमास्टर ने सुसाइड किया जिससे हड़कंप मच गया था। वही इस मामले को लेकर ना सिर्फ परिजनों ने इंसाफ की गुहार लगाई बल्कि अपने साथी की मौत के बाद शिक्षक समाज ने भी मोर्चा खोल दिया और मांग की कहा पहले खंड शिक्षा अधिकारी पर FIR फिर होगा मृतक का अंतिम संस्कार। इस मांग को लेकर भाजपा एमएलसी शैलेन्द्र सिंह समेत तमाम जनप्रतिनिधियों ने भी प्रशासन पर दबाव बनाया लेकिन प्रशासन सिर्फ हीलाहवाली करता रहा। DM , SP बिना FIR के अंतिम संस्कार के प्रयास में लगे रहे। इस दौरान मेजिस्ट्रेट जांच का भी ऐळान किया गया। लेकिन परिजन जांच से संतुष्ट नहीं थे और FIR पर अड़े रहे। और अंत में दो दिनों की जद्दोजहद के बाद प्रशासन झुका और खंड शिक्षा अधिकारी कुड़वार मनोजीत राव पर कुड़वार थाने में धारा 306, धारा 506 के अन्तर्गत मुकदमा दर्ज कराया गया। जिसके बाद परिजनों ने भी मृतक हेडमास्टर का कुड़वार घाट पर अंतिम संस्कार कर दिया।
आपको बता दें कि BEO मनो जीत राव ने हेड मास्टर सूर्य प्रकाश द्विवेदी का चित्ता का पुरवा जूनियर हाई स्कूल चेक किया था। आरोप है कि BEO ने हेड मास्टर का मान मर्दन कर बर्खास्त करवाने की धमकी भी दी। हेड मास्टर ने जहर खाने से पहले अपनी डायरी में सुसाइड नोट भी लिखा है। लेकिन आरोपी BEO मनो जीत राव के खिलाफ FIR न होने से सुल्तानपुर में बवाल बढ़ गया था। सैकड़ों शिक्षक और ग्रामीण दिवंगत हेड मास्टर लाश को रख कर धरना प्रदर्शन पर उतरे गए परिजनों ने लाश दो दिनों तक केवटली गांव में रखा रहा। गांव छावनी बनी रही। अधिकारियों ने बहुत मान मुवव्ल किया लेकिन परिजन औऱ शिक्षक fir की मांग पर अड़े रहे। और अंत जब प्रशासन ने खंड शिक्षा अधिकारी पर FIR दर्ज कराई जिसके बाद बेटे ज्ञान प्रकाश द्रिवेदी ने पिता का अंतिम संस्कार कर दिया ।