उत्तर प्रदेश के सुल्तानपुर जनपद में 30 सितंबर 2023 की तारीख सामाजिक और ऐतिहासिक तौर पर अमर हो गई। 30 सितंबर को जब डॉ. घनश्याम त्रिपाठी को इंसाफ दिलाने के लिए सभी दलों के ब्राह्मण नेता एक मंच पर आए तो तिकुनिया पार्क में जनसैलाब उमड़ आया। तस्वीरें डॉ घनश्याम त्रिपाठी की श्रद्धांजलि सभा की है। ब्राम्हण चेतना मंच के बैनर तले और पूर्व काबीना मंत्री जय नारायण तिवारी की अगुवाई में आयोजित श्रद्धांजलि सभा में सुल्तानपुर जनपद के साथ अमेठी, प्रतापगढ़ समेत प्रदेश के तमाम ब्राम्हण नेताओं का जमावड़ा लगा। क्या कांग्रेस, क्या सपा, बसपा, भाजपा सभी दलों के बड़े बड़े ब्राह्मण नेता मंच पर आए और डॉक्टर घनश्याम त्रिपाठी को इंसाफ दिलाने की हुंकार भरी।
मंच से न सिर्फ डॉ त्रिपाठी के हत्यारे को नेस्तनाबूत करने की आवाज बुलंद की गई। बल्कि डॉक्टर त्रिपाठी के परिवार की आर्थिक मदद ले लिए भी अववाहन किया गया। लोगों की मानें तो तिकुनिया पार्क में बहुत सभाएं हुई लेकिन इतनी भीड़ आज तक कभी नहीं हुई। लगभग 20 हजार की संख्या में लोग श्रद्धांजलि सभा में पहुंचे और डॉक्टर त्रिपाठी को श्रद्धा सुमन अर्पित किया। मंच पर पूर्व मंत्री जय नारायण तिवारी, पूर्व विधायक और फायर ब्रांड ब्राम्हण नेता पवन पाण्डेय, ब्राम्हणों के बड़े नेता सपा से पूर्व विधायक संतोष पाण्डेय, भाजपा से पूर्व विधायक देवमणि द्विवेदी, मौजूदा भाजपा विधायक राजबाबू उपाध्याय, भाजपा नेता रामचंद्र मिश्रा, कांग्रेस नेता वरुण मिश्रा, संदीप तिवारी, बसपा नेता डीएस मिश्रा, पूर्व मुख्यमंत्री श्रीपति मिश्रा के बेटे प्रमोद मिश्रा, मौनी महाराज, डाक्टर ओमप्रकाश त्रिपाठी समेत तमाम ब्राम्हण नेता इकट्ठा हुए।
सभी ब्राम्हण नेताओं ने डाक्टर त्रिपाठी को इंसाफ और पीड़ित परिवार के मुआवजे की बात की। साथ ही ऐलान किया कि, अगर किसी ब्राम्हण भाई पर विपदा आए तो ब्राम्हण भाई उसका साथ दे। मंच से ब्राम्हण कुलभूषण संतोष पाण्डेय ने इस जमीन की बाउंड्री वॉल बनवाने का जिम्मा उठाया जिसके चलते हत्याकांड हुआ। संतोष पाण्डेय ने कहा ब्राम्हणों की एकता देख वह खुश है। समाज की लड़ाई के लिए ऐसे ही एक रहना होगा।
पूर्व विधायक संतोष पाण्डेय के बाद माइक थाम फायर ब्रांड ब्राम्हण नेता पवन पांडेय ने ऐलान कर दिया कि, अगर प्रशासन ने जल्दी इंसाफ नहीं किया तो वह अपने भाई का बदला खुद लेंगे।
पवन पाण्डेय ने पीड़ित परिवार को 5 लाख रुपए की मदद दी। वहीं पूर्व विधायक देवमणि द्विवेदी ने कहा कि, प्रशासन को बैठने नहीं देंगे जल्दी इंसाफ होना चाहिए। मौनी महाराज ने भी श्लोक पढ़कर एकता का आवाहन किया। मंच पर सभी ब्राम्हण नेताओं ने इंसाफ की बात करते हुए इस बात पर जोर दिया कि, ऐसी एकता सिर्फ डॉक्टर त्रिपाठी को इंसाफ दिलाने तक नहीं होनी चाहिए। जिस भी ब्राम्हण भाई पर जुल्म जातती हो वहां ब्राम्हणों को एकजुट हो जाना चाहिए। ऐसे में 30 सितम्बर को सुल्तानपुर जनपद में एक इतिहास लिखा गया। क्योंकि आज तक दलों का बंधन तोड़ कभी ब्राम्हण इस तरह एकजुट नहीं दिखा है।
ब्यूरो रिपोर्ट nttv bharat