12 घंटे में 4 FIR अभियुक्त भगवाधारी नारायण परिवार का हर वो शख्स जो सियासत में है। कोई भाजपा का जिला अध्यक्ष तो कोई युवा मोर्चे का सबसे उभरता चेहरा मगर अफ़सोस डॉ घन श्याम त्रिपाठी हत्याकांड मे पुलिस का हंटर चला तो सफेदपोश नारायण परिवार की काली करतूत ने सत्ताधारी भाजपा की जड़ो को हिला दिया।
दरअसल, 27 अक्टूबर को सुल्तानपुर में डॉ घनश्याम त्रिपाठी की निर्मम हत्या कर दी गई थी। हत्या का मुख्य आरोपी अजय नारायण सिंह फरार है। पुलिस और STF सत्ता की गोद में पले बढ़े अजय नारायण सिंह की गिरफ्तारी कर पाने में नाकाम है। पुलिस पर तमाम आरोप भी लग रहे हैं। ब्राह्मण बनाम ठाकुर सियासत की खेमेबंदी से भाजपा भी बेचैन है। क्योकि लोक सभा चुनाव करीब है। ऐसे में अगर ब्राह्मण – ठाकुर सियासत ने उफान लिया तो भाजपा का नुकसान भी तय है।
लिहाजा डॉ त्रिपाठी हत्याकांड के बारहवें दिन सुल्तानपुर पुलिस ने भगवाधारी नारायण परिवार पर शिकंजा कस दिया। 12 घंटे पर 4 एफआईआर दर्ज कर सफेदपोश नारायण परिवार को औकात में ला दिया। अब भाजपा के पूर्व जिला अध्यक्ष गिरीश नारायण उर्फ़ बब्बन सिंह भाजपा युवा मोर्चा जिला अध्यक्ष चन्दन नारयण सिंह, सभासद अरुण नारायण सिंह सहित नारायण परिवार के तमाम सदस्य रंगदारी, जबरन वसूली जैसे संगीन मामलों में मोस्ट वांटेड बन गए हैं। यही नहीं पुलिस ने डॉ त्रिपाठी हत्याकांड में नारायण परिवार के विजय नारायण सिंह को जेल भेज दिया है। हालांकि विजय नारायण सिंह ने इल्जाम लगाया है, उन्हें फर्जी फंसाया गया है।
फिलहाल सुल्तानपुर में भाजपा का पुराना कुनबा नारायण परिवार कानूनी शिकंजे में है। दबंग और कानून को जेब में रखने वाला भगवाधारी नारायण परिवार की उलटी गिनती शुरु है। चर्चा है सुल्तानपुर के नारायणपुर के नारायण परिवार की मदद सिर्फ नारायण ही कर सकते है, क्योंकि नारायण परिवार की काली करतूतों का पिटारा खुद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने खुलवाया है।