सुल्तानपुर डॉ घनश्याम तिवारी हत्याकांड के कई दिनों बाद सांसद मेनका गांधी दिल्ली से सीधे सुखौली गांव पहुंची। यहां पर उन्होंने मृतक डॉक्टर घनश्याम तिवारी की पत्नी और परिजनों से मुलाकात की। मेनका गांधी ने डॉ घनश्याम तिवारी की तस्वीर पर पुष्प अर्पित कर उनको श्रद्धांजलि दी। इसके बाद मेनका गांधी ने डॉक्टर की विधवा पत्नी निशा तिवारी से लगभग आधे घंटे तक बातचीत की। इस दौरान उन्होंने निशा तिवारी को हर संभव मदद का भरोसा दिया।
इसके बाद उन्होंने पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि, इस दुख की घड़ी में हम और हमारी पूरी पार्टी की संवेदना डॉक्टर के परिजनों के साथ है। मुलाकात के दौरान डॉक्टर की पत्नी निशा तिवारी ने हत्या के मुख्य अभियुक्त की गिरफ्तारी में पुलिस प्रशासन पर लगाए गए गंभीर आरोपों का जवाब देते हुए उन्होंने कहा कि, पुलिस के दबाव के बाद ही हत्या के मुख्य अभियुक्त ने पुलिस के सामने आत्म समर्पण किया है।
उन्होंने कहा कि, मृतक परिजनों को मुख्यमंत्री की तरफ से 10 लाख रुपए की मदद दी गई है। उनके परिवार की सुरक्षा के लिए चार पुलिसकर्मी जिला प्रशासन ने उपलब्ध करवाए हैं। डॉक्टर की विधवा पत्नी की नौकरी की प्रक्रिया चल रही है। जल्द ही उन्हें उनकी योग्यता के अनुसार सरकारी नौकरी दी जाएगी।
सीबीआई जांच की मांग पर मेनका गांधी ने कहा कि, घटना का पूर्ण रूप से खुलासा हो चुका है। इसमे सीबीआई जांच की कोई आवश्यकता नहीं है। श्रीमती गांधी ने डॉक्टर की विधवा पत्नी को भरोसा दिलाते हुए कहा कि, आरोपी किसी भी हाल में रिहा नहीं हो पाएंगे। इस मौके पर पूर्व मंत्री ओम प्रकाश पाण्डे, डाॅ सीताशरण त्रिपाठी, सांसद प्रतिनिधि रणजीत कुमार, शशीकांत पाण्डे, ब्लाक प्रमुख कुंवर बहादुर सिंह, जिला पंचायत काली सहाय पाठक, विजय सिंह रघुवंशी, संतोष दूबे, मोहित सिंह, शेर बहादुर सिंह आदि मौजूद रहे।