उत्तर प्रदेश के सुल्तानपुर मोतिगरपुर से रिश्वतखोरी का हैरान करने वाला मामला सामने आया है। मोतिगरपुर के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में रैबीज इंजेक्शन का पैसा लेते हुए एक फार्मासिस्ट को पकड़ा गया है। इसका एक वीडियो सामने आया है, जो सोशल मीडिया पर भी वायरल हो रहा है। फार्मासिस्ट के पकड़े जाने के बाद इसकी जांच शुरू कर दी गई है। सीएमओ ने इसकी जांच करने के लिए कहा है, तो वहीं सीएचसी अधीक्षक को वहां से हटाकर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर भेज दिया गया है। मुफ्त में मिलने वाले रैबीज के इंजेक्शन के बदले में ये सरकारी कर्मचारी 500 और 400 रुपए धड़ल्ले से मासूम लोगों से लेते आ रहे हैं। फार्मासिस्ट का वीडियो सामने आया है जिसमे देखा जासकता है कि वो रैबीज के इंंजेक्शन के बदले में 500 रूपए लेते दिखाई दे रहा है।
पैसा देने वाले ने आरोप लगाया है कि, हर बार इंजेक्शन के पचास रुपये यहां लिए जाते हैं। यह वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने पर सीएमओ डॉ. ओम प्रकाश चौधरी ने तीन सदस्यीय कमेटी बनाकर जांच शुरू करा दी है। सीएमओ ने बताया कि, जांच कमेटी में एसीएमओ डॉ. राधा वल्लभ, डिप्टी सीएमओ डॉ. लालजी और एओ योगेंद्र सिंह शामिल हैं।
वीडियो में दिख रहे फार्मासिस्ट कमलेश्वर प्रसाद पांडेय को कार्यालय से अटैच कर दिया गया है। अस्पताल के अधीक्षक डॉ.शैलेश को हटाकर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र अमऊ जासरपुर में तैनात कर दिया गया है। उनके स्थान पर वहां तैनात डॉ. गिरीशचंद्र को अधीक्षक बनाया गया है।
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि ये पहला मामला नहीं है इससे पहले इस तरह के कई मामले सामने आ चुके हैं। सरकारी अस्पतालों में फ्री इलाज के नाम पर मासूम लोगों से पैसे वसूले जा रहे हैं।