उत्तर प्रदेश के सुल्तानपुर जिले के सरकारी तंत्र में व्याप्त भ्रष्टाचार की एक जीती-जागती तस्वीर बुधवार को अवध क्षेत्र में नजर आई। क्षेत्र के तीन दिवसीय दौरे पर आई पूर्व केंद्रीय मंत्री व स्थानीय सांसद मेनका गांधी के सामने उप्र जिला मजिस्ट्रेट के न्यायालय से राजस्व संबंधी वाद में स्थगनादेश पारित कराने के लिए पेशकार द्वारा फरियादी से 9000 रुपए रिश्वत लेने का मामला प्रकाश में आया।
दरअसल उन्होंने एसडीएम व उनके पेशकार को तलब कर लिया, जिस पर एडीएम ने पेशकार से रिश्वत की रकम फरियादी को वापस कराई। अब आरोपी पेशकार पर कार्रवाई की तलवार लटक रही है। तीन दिवसीय दौरे पर आई सांसद श्रीमती गांधी से बुधवार को लंभुआ विधानसभा क्षेत्र के गोपाल रायपुर गांव निवासी सर्वेश तिवारी फरियाद करने पहुंचे। उन्होंने शिकायत की कि, एसडीएम लंभुआ के पेशकार ने जमीन संबंधी वाद में स्थगन आदेश देने कराने के लिए 9000 रुपए ले लिए हैं।
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जिसपर सांसद ने एसडीएम के जरिये सीधे पेशकार को तलब कर लिया। उसे जमकर फटकार लगाई और तुरन्त 9 हजार रूपये फरियादी को वापस करने को कहा। जिससे उसकी सिट्टी-पिट्टी गुम हो गई और उसने घूस में ली गई रकम आनन-फानन पीड़ित को लौटा दी इस घटनाक्रम ने तंत्र में फैले भ्रष्टाचार और अफसरों के नाकारापन को उजागर कर दिया है।