सुल्तानपुर न्यायालय में पेशी पर आए आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सांसद संजय सिंह योगी और सोदी सरकार पर फायर हो गए। संजय सिंह ने पेशी के बाद कांग्रेस और भाजपा पर तीखा हमला बोलते हुए उत्तर प्रदेश की शिक्षा व्यवस्था पर सवाल उठाए। उन्होंने दावा किया कि प्रदेश में पिछले आठ महीनों में 7.84 लाख बच्चे सरकारी स्कूलों से बाहर हो गए हैं।
संजय सिंह ने इसे शिक्षा के क्षेत्र में सरकार की नाकामी करार दिया और कहा कि सरकारी स्कूलों की बदहाल स्थिति के कारण अभिभावक अपने बच्चों को इनमें भेजने से हिचक रहे हैं। संजय सिंह ने कहा कि सरकारी स्कूलों में बुनियादी सुविधाओं की कमी, शिक्षकों की अनुपलब्धता और शिक्षानीति में खामियों के कारण लाखों बच्चों की पढ़ाई बाधित हो रही है। उन्होंने आरोप लगाया कि प्रदेश सरकार शिक्षा व्यवस्था में सुधार लाने में पूरी तरह विफल रही है।सांसद संजय सिंह ने दिल्ली सरकार के शिक्षा मॉडल का उदाहरण देते हुए कहा कि यदि आम आदमी पार्टी को उत्तर प्रदेश में सेवा का अवसर मिलता है, तो दिल्ली की तरह यहां भी सरकारी स्कूलों में बेहतरीन सुविधाएं मुहैया कराई जाएंगी। उन्होंने कहा कि अरविंद केजरीवाल सरकार ने सरकारी स्कूलों की दशा सुधारकर वहां के बच्चों को बेहतर शिक्षा दी है, जिससे पूरे देश में दिल्ली का शिक्षा मॉडल सराहा जा रहा है।
संजय सिंह ने जनता से अपील की कि वे शिक्षा को चुनावी मुद्दा बनाएं और सरकार से जवाब मांगें। उन्होंने कहा कि शिक्षा ही प्रदेश के भविष्य को संवार सकती है, इसलिए सरकार को इस दिशा में ठोस कदम उठाने चाहिए।संजय सिंह के इस बयान के बाद प्रदेश सरकार की ओर से अभी कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं आई है। हालांकि, उनका यह बयान उत्तर प्रदेश की शिक्षा व्यवस्था को लेकर नई बहस को जन्म दे सकता है।