लखनऊ। गुडंबा थाना क्षेत्र के आदिलनगर में सोमवार रात 54 वर्षीय दरोगा संजय कुमार पाठक की संदिग्ध हालात में मौत हो गई। मंगलवार को जब पोस्टमॉर्टम के बाद शव बाहर लाया गया, तो दरोगा की दोनों पत्नियां शव को ले जाने की ज़िद पर भिड़ गईं। विवाद इतना बढ़ा कि मारपीट तक की नौबत आ गई। पुलिस ने बीच-बचाव कर शव दरोगा के पिता दयाशंकर पाठक को सौंप दिया।
मूल रूप से जौनपुर के मछलीशहर निवासी संजय पाठक उरई की कोतवाली नगर में तैनात थे और लखनऊ के आदिलनगर में अपनी दूसरी पत्नी आराधना अंसारी के साथ रहते थे। सोमवार रात तबीयत बिगड़ने पर उन्हें अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। मौत को संदिग्ध मानते हुए शव का पोस्टमॉर्टम कराया गया।
दरोगा की पहली पत्नी चंद्रकुमारी पाठक मछलीशहर में रहती हैं। उनके चार बच्चे हैं, जिनमें बेटा आशीष ने आरोप लगाया कि उनके पिता की हत्या स्लो पॉइजन देकर की गई है। उन्होंने कहा कि संपत्ति विवाद को लेकर यह साजिश रची गई। उन्होंने पहले ही उरई के SSP से शिकायत की थी, जिसकी जांच जारी है। वहीं, दूसरी पत्नी आराधना ने इन आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि संजय की मौत केवल तबीयत खराब होने से हुई है। गुडंबा थाना प्रभारी प्रभातोष श्रीवास्तव मौके पर पहुंचे और दोनों पक्षों को शांत कर शव परिजनों को सौंपा। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में अभी तक मौत का कारण स्पष्ट नहीं हुआ है। डॉक्टरों ने हार्ट और विसरा सैंपल सुरक्षित कर जांच के लिए भेजे हैं।