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भगत सिंह की वो महिला साथी, जिससे कांपते थे अंग्रेज, बंबई के गवर्नर पर चलाई थी गोली

बेहद क्रूर अंग्रेज सांडर्स की हत्या 17 दिसंबर 1928 को लाहौर में हुई. इस घटना को भगत सिंह, सुखदेव और राजगुरु ने बम मार कर...

जयंती विशेष: राख का हर एक कण, मेरी गर्मी से गतिमान है, मैं एक ऐसा पागल हूं, जो जेल में भी आजाद है – भगत सिंह

नौजवानों के दिलों में आजादी का जुनून भरने वाले शहीद-ए-आजम के रूप में विख्यात भगत सिंह का नाम स्वर्ण अक्षरों में इतिहास के पन्नों में...